BILASPUR NEWS. मुंगेली की सरगांव थाना पुलिस ने 5.53 करोड़ की निवेश धोखाधड़ी के मामले में बीएन गोल्ड रियल एस्टेट एंड एलाइड लिमिटेड कंपनी के दो निदेशकों को गिरफ्तार किया है। आरोपी चरण सिंह ठाकुर और विक्रम सिंह सोनालिया को मध्यप्रदेश के सिहोर जिले से पकड़ा गया है। बिलासपुर में सरकारी जमीन को निजी बताकर 6 लोगों से करीब 30 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है।

पूछताछ में दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने कंपनी के निदेशक के रूप में काम करते हुए निवेशकों से 5 करोड़ 53 लाख 22 हजार 722 रुपये की धोखाधड़ी की। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मामले की शुरुआत जून 2013 में उस वक्त हुई, जब कंपनी के अभिकर्ता कन्हैया साहू ने एक निवेशक को योजना में शामिल किया। कंपनी ने निवेशकों को 5 साल तक हर महीने 1000 रुपये जमा करने पर मूलधन के साथ 24,000 रुपये ब्याज देने का वादा किया था।

अप्रैल 2016 में समाचार पत्रों से कंपनी के फर्जी होने की जानकारी सामने आई। जिसके बाद शिकायत के आधार पर सरगांव थाना पुलिस ने धोखाधड़ी, चिट फंड एक्ट और निवेशक संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। इससे पहले इस मामले में 9 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुंगेली पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस टीम अभी भी अन्य फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।

इधर बिलासपुर में सरकारी जमीन को निजी बताकर 6 लोगों से करीब 30 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। सरकंडा पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी नदीम अहमद और रमेश यादव समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।

दरअसल, पीड़ित संजय कुमार जायसवाल, जो कि रामनगर चिंगराजपारा का रहने वाला है और कारपेंटर का काम करता है, ने शिकायत में बताया कि, उसने सीपत रोड से बहतराई रोड के बीच स्थित खसरा नंबर 270 में से 900 वर्गफीट जमीन 700 रुपये प्रति वर्गफीट की दर से नदीम अहमद से खरीदने का सौदा तय किया था। 18 जनवरी 2024 को इकरारनामा हुआ और संजय ने 1 लाख रुपये यूनियन बैंक से RTGS के माध्यम से दिए।
इसके बाद 26 अप्रैल को रजिस्ट्री के समय दो गवाहों की मौजूदगी में बाकी 4 लाख 19 हजार रुपये रमेश कुमार यादव के खाते में RTGS के जरिए ट्रांसफर किए। साथ ही रजिस्ट्री फीस भी चुकाई गई।लेकिन जब संजय ने जमीन के नामांतरण (म्यूटेशन) के लिए आवेदन किया तो कोर्ट से पता चला कि जमीन सरकारी है और नामांतरण खारिज हो गया।

इसके बाद जब संजय ने अपना पैसा वापस मांगा, तो नदीम ने तीन चेक दिए, लेकिन सभी चेक बाउंस हो गए। जांच में सामने आया कि यही जमीन और भी कई लोगों को बेचने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपये ठगे गए हैं। इनमें संतोषी साहू से 4.75 लाख, रानी साहू से 4.5 लाख, मुनई राम साहू से 7.41 लाख, मंजू धूरी से 1 लाख और शशी बाई साहू से 7.07 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई। कुल मिलाकर आरोपियों ने एक ही जमीन को बेचने के नाम पर 6 लोगों से 30 लाख रुपये की ठगी की। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।