JAMMU NEWS. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद तेजी से जांच चल रही है। इस बीच, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के महानिदेशक सदानंद दाते आज यानी 1 मई को पहलगाम पहुंचे। यहां उन्होंने बैसरन घाटी का दौरा भी किया और सुरक्षा अधिकारियों से हमले से जुड़ी जानकारी ली। इससे पहले एनआईए ने पहलगाम आतंकी हमले के मामले को जम्मू और कश्मीर पुलिस से अपने हाथ में ले लिया और इस हमले की जांच शुरू कर दी।
केंद्रीय आतंकवाद निरोधी एजेंसी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय के आतंकवाद निरोधी और कट्टरपंथ निरोधी (CTCR) प्रभाग से जारी आदेश के बाद शनिवार देर रात औपचारिक रूप से एक नई प्राथमिकी दर्ज की। बता दें कि पहलगाम हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के प्रतिनिधि, द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी।
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NIA ने घटना के पांच दिन बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस से जांच का जिम्मा लिया है। घटनाक्रम से जुड़े आधिकारिक सूत्रों ने एएनआई को बताया कि एनआईए ने औपचारिक रूप से जम्मू-कश्मीर पुलिस से मामले को अपने हाथ में ले लिया है और अपनी जांच शुरू कर दी है। एनआईए की टीम हमले वाली जगह पर फोरेंसिक जांचकर साक्ष्य जुटाएगी।
वहीं, खुफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में सक्रिय 14 स्थानीय आतंकवादियों की सूची भी तैयार की। सूत्रों के अनुसार, 20 से 40 वर्ष की आयु के ये लोग पाकिस्तान से विदेशी आतंकवादियों को रसद और जमीनी स्तर पर सहायता प्रदान करके सक्रिय रूप से सहायता कर रहे हैं। ये आतंकी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े हैं।
इनमें आदिल रहमान डेन्टू (21), आसिफ अहमद शेख (28), अहसान अहमद शेख (23), हारिस नजीर (20), आमिर नजीर वानी (20), यावर अहमद भट, आसिफ अहमद खांडे (24), नसीर अहमद वानी (21), शाहिद अहमद कुटे (27), आमिर अहमद डार, अदनान सफी डार, जुबैर अहमद वानी (39), हारून रशीद गनई (32), और जाकिर अहमद गनी (29) शामिल हैं।
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