JASHPUR NEWS. बालिका आश्रय गृह जशपुर में बालिका की मौत के मामले ने गंभीर रूप ले लिया है। कलेक्टर रोहित व्यास ने बालिका आश्रय गृह जशपुर में घटना की जाँच के लिए अनुविभागीय दण्डाधिकारी जशपुर को जाँच अधिकारी नियुक्त किया है। और सभी बिन्दुओं पर जाँच करने के निर्देश दिए हैं।
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कलेक्टर रोहित व्यास ने बालिका की मृत्यु तथा फांसी लगाने का कारण, इस संबंध में विस्तृत जाँच व खुला आश्रय गृह बालिका में सुरक्षा के उपाय तथा सुरक्षा में चूक व लापरवाही के दोषी कौन है ।
क्या समय पर इलाज उपलब्ध हो पाया यदि नहीं हुआ तो दोषी कौन है? समस्त बिंदुओं पर अधिकारी जाँच प्रतिवेदन 15 दिवस में पेश करने के निर्देश दिए हैं ।
दरअसल मृतिका आस्ता थाना क्षेत्र की रहने वाली थी और तीन दिन पहले जशपुर शहर में अकेले सड़कों पर घूमते हुए पाई गई थी। स्थानीय लोगों द्वारा सूचना देने पर बालिका आश्रय गृह में उसे परामर्श के लिए रखा गया था। लेकिन दूसरे दिन सुबह बालिका ने अज्ञात कारणों से बाथरूम में आत्महत्या कर ली।
मामले की विस्तृत जांच में जशपुर एसडीओपी चंद्रशेखर परमा ने जानकारी देते हुए बताया था कि बीते दिन पीड़िता द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। एक अपचारी बालक द्वारा उसके साथ दुष्कर्म किया था। रिपोर्ट पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर मामले की जांच कर रही थी।
पीड़िता की मां नहीं है पिता का दिमागी संतुलन ठीक नहीं होने के कारण बालिका को मुलाहिजा के लिए जशपुर लाया गया और परामर्श के बाद बालिका आश्रय केंद्र में रखा गया था।
जहां बालिका ने आत्महत्या कर ली थी। अब इस मामले में गंभीर रूप ले लिया है। विपक्ष भी प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठा रहा है। जिसके बाद कलेकटर ने कमेटी बनाई है।