RAIPUR NEWS. राजधानी समेत राज्यभर में आत्मानंद स्कूलों में पीपी-1 के अलावा किसी भी कक्षा में दाखिला नहीं दिया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने किसी भी कक्षा में सीटों की संख्या बढ़ाने से इनकार कर दिया है। केवल पीपी-1 में प्रवेश दिया गया था। विभाग के इस फैसले से नए सत्र में बच्चों का एडमिशन कराने का इंतजार कर रहे अभिभावकों को झटका लगेगा। पिछले साल भी आत्मानंद स्कूलों में पीपी वन के अलावा बाकी कक्षाओं में प्रवेश नहीं देने की वजह से अभिभावक नेताओं अफसरों के दफ्तर चक्कर लगाते रहे थे, लेकिन अब स्कूलों में एडमिशन नहीं मिल रहा है।
दरअसल, राज्यभर में करीब 247 आत्मानंद स्कूल संचालित हो रहे हैं। इसमें केवल राजधानी में ही 37 आत्मानंद स्कूल खोले गए हैं। इन स्कूलों के जिम्मदारों का कहना है कि किसी भी कक्षा में छात्र स्कूल छोड़कर नहीं जा रहे हैं। इस वजह से नए बच्चों के लिए जगह नहीं बन पा रही है। जितने छात्र पुरानी क्लास में रहते हैं पास होने के बाद उतने छात्र अगली क्लास में पहुंच जाते हैं। इस वजह से भी नए छात्रों का प्रवेश नहीं हो पा रहा है।
ये भी पढ़ें: बस्तर में नक्सलियों का ताबड़तोड़ सरेंडर, अब 10 ने किया…इनमें से सात टेकलगुड़ा घटना में थे शामिल
राजधानी में पिछले शिक्षा सत्र में आरडी तिवारी, बीपी पुजारी स्कूल व शहीद स्मारक स्कूल में पीपी-1 में प्रवेश की प्रक्रिया सबसे पहले शुरू की गई थी। इन सीटों में प्रवेश के लिए एक-एक हजार से ज्यादा आवेदन जमा हुए थे। बाद में अन्य स्कूलों में प्रवेश के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए। आमतौर पर सभी स्कूलों में पांच गुना से ज्यादा आवेदन जमा हुए थे।
ये भी पढ़ें: दीपोत्सव से हुआ 51वां ललितपुर स्थापना दिवस का श्रीगणेश, बुन्देली सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मन मोहा
आवेदनों की संख्या इतनी ज्यादा होने के कारण प्राचार्यों को लॉटरी से नाम निकालकर प्रवेश देना पड़ा था। हालांकि दो साल पहले कांग्रेस सरकार में पीपी-1 और पीपी-2 दो कक्षाओं में प्रवेश दिया गया था। उस समय भी आवेदनों की संख्या सीटों से कई गुना ज्यादा थी। स्थिति देखकर सरकार ने 10-10 अतिरिक्त सीटों की अनुमति दी थी।
ये भी पढ़ें: बिलासपुर की नवनिर्वाचित मेयर पूजा विधानी ने दो बार ली शपथ, संप्रभुता की जगह सांप्रदायिकता पढ़ने पर बवाल
राज्यभर के स्कूलों में शिक्षा के अधिकार के तहत प्रवेश लेने के लिए 1 मार्च से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। विभाग के अनुसार छात्र 1 से 31 मार्च तक अपना पंजीयन करा सकेंगे। यानी आवेदन करने के लिए एक माह का समय मिलेगा। दस्तावेजों के सत्यापन का काम 17 मार्च से ही शुर कर दिया जाएगा जो 25 अप्रैल तक चलेगा।
ये भी पढ़ें: चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद इस महीने फिर भारत-पाकिस्तान के बीच होगा मुकाबला, जानिए कितने मैच होंगे
इसके बाद पहले चरण की लॉटरी 1 मई को निकाली जाएगी। पहले चरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दूसरे चरण की प्रक्रिया 2 जून से शुरू की जाएगी। इसके साथ ही नए सत्र से पढ़ाई शुरू होगी।