RAIPUR NEWS. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान कांग्रेस यह हल्ला मचाए हुए है कि जिला प्रशासन और निर्वाचन अधिकारी सरकार के इशारे में काम कर रहे हैं। जिला पंचायत और जनपद सदस्य के चुनाव में कांग्रेस नया राग अलाप रही है, कि जहां-जहां कांग्रेस के प्रत्याशी जीत रहे हैं, वहां-वहां सरकार के दबाव में निर्वाचन अधिकारी चुनाव की तारीख बदल रहे हैं।
इस पर भाजपा ने तंज कसा है कि हार के पहले बहाना बनाना और आरोप लगाना कांग्रेस की आदत सी हो गई है। अब इसको लेकर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है।
प्रदेश में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही कांग्रेस ये राग अलाप रही है कि भाजपा और सरकार के इशारे में जिला निर्वाचन अधिकारी और जिला प्रशासन काम कर रहा है । कांग्रेस के धमतरी के महापौर प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने के बाद भी कांग्रेस ने यही आरोप लगाया । जिला पंचायत और जनपद पंचायत के चुनाव के परिणाम आने के बाद कांग्रेस का कहना है कि उनके जीते हुए प्रत्याशियों को डराया धमकाया जा रहा है। पैसों और लग्जरी गाड़ियों का लालच दिया जा रहा है।
अब कांग्रेस का आरोप है कि डराने धमकाने, पैसे और गाड़ियों का लालच काम नहीं आने पर भाजपा के इशारे पर जहां-जहां उनके प्रत्याशी जीतने की स्थिति में हैं, वहां-वहां के चुनाव को अचानक आगे बढ़ाया जा रहा है। इस पर पीसीसी चीफ दीपक बैज का कहना है कि हमें शुरू से ही इसकी आशंका थी । भाजपा चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है । मुझे लगता है फॉर्च्यूनर, इनोवा, स्कॉर्पियो का जुगाड़ नहीं हुआ होगा,इसलिए भाजपा नया पैंतरा अपना रही है।
उन्होंने कहा कि डौंडी लोहारा, कांकेर, बस्तर में भी इस तरह की शिकायत मिली है । उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या भारतीय जनता पार्टी चुनाव से डर रही है ? क्या भारतीय जनता पार्टी नहीं चाहती कि चुनाव हो ? इसलिए सरकार जानबूझकर चुनाव की तारीख आगे बढ़ा रही हैं।
इस पर भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि चुनाव तारीख तय करना और बढ़ाने का काम चुनाव आयोग का होता है । आरोप लगाना कांग्रेस की आदत हो गई है। कांग्रेस आरोप प्रत्यारोप में ही जी रही है । वो अपनी हार को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है इसलिए बेमुद्दे का आरोप लगा रहे है।
यह भी पढ़ें:पंचायत सचिव की घोर लापरवाही… 6 महिला पंचों की जगह उनके पतियों को दिलाई शपथ
यह भी देखें:
यह भी पढ़ें:दुर्ग और राजनंदगांव जिला पंचायत में BJP की जीत, रोमांचक मुकाबले मे महिलाओं ने मारी बाजी
अब कांग्रेस के आरोप में कितनी सच्चाई है और वह खुद इसे कितनी गंभीरता से ले रही है इसका अंदाज इसी लगाया जा सकता है कि अब तक इस मामले में केवल बयानबाजी ही हुई है। इसकी निर्वाचन आयोग से भी कोई विधिवत शिकायत तक नहीं की गई है।