KAWARDHA NEWS. कबीरधाम जिले के पंडरिया ब्लॉक के ग्राम पंचायत परसवारा में सचिव की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जब नवनिर्वाचित सरपंच और पंच के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में 6 महिला पंचों को उनके स्थान पर उनके पतियों से शपथ दिलाई गई। यह घटना महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ी चूक को दर्शाती है, क्योंकि जिन महिला पंचों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में चयनित किया गया था, वे अपने अधिकारों से वंचित रह गईं और उनके स्थान पर उनके पति शपथ ग्रहण कर लिए।
दरअसल ग्राम पंचायत परसवारा में सोमवार को नवनिर्वाचित सरपंच और पंचों के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया था। समारोह में नवनिर्वाचित सरपंच और पंचों को शपथ दिलाई जानी थी, लेकिन सचिव की लापरवाही के कारण महिला पंचों को मंच पर बुलाया ही नहीं गया। उनकी जगह उनके पति को शपथ दिलवा दी गई। यह घटना महिला पंचों और उनके समर्थकों के लिए बेहद निराशाजनक और शर्मनाक रही। इस घटना से न केवल महिला सशक्तिकरण की दिशा में उलटफेर हो रहा है, बल्कि यह स्थानीय प्रशासन और पंचायत व्यवस्था की गंभीर अव्यवस्था को भी उजागर करता है।
महिला पंचों का यह अधिकार था कि वे खुद शपथ लें और अपने पंचायत के विकास में सक्रिय भागीदार बनें, लेकिन उन्हें यह अवसर नहीं दिया गया। यह न केवल उनके अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि इससे समाज में महिला की भूमिका को भी कमजोर करने की कोशिश की गई है। इस प्रकार की घटनाएं लोकतंत्र की साख को ठेस पहुंचाती हैं और महिला सशक्तिकरण की दिशा में अड़चन डालती हैं।
वहीं इस मामले सचिव अपने लापरवाही को झूठ बोलकर छिपाने की कोशिश करते हुए गोलमोल जवाब दे रहें हैं। जिला पंचायत के सीईओ ने इस मामले में अभी तक सचिव या अन्य जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। अब सवाल यह उठता है कि इस लापरवाही को लेकर क्या कार्रवाई की जाएगी और क्या महिला पंचों को उनका हक मिलेगा? यह देखने वाली बात होगी।
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