RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस की करारी हार हुई है। इसके बाद कांग्रेस नेताओं के बीच खूब बयानबाजी हो रही है। पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने तो कांग्रेस की हार के लिए कांग्रेस के सिर्फ चार बड़े नेताओं पर ठीकरा फोड़ दिया। जिस पर कांग्रेस शांत है लेकिन भाजपा कांग्रेस पर तंज कस रही है।
पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने कांग्रेस की करारी हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरण चरणदास महंत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व उपमुख्यमंत्री TS सिंहदेव को हार का जिम्मा लेने की बात कही है। उन्होंने कहा कि इन चारों नेताओं ने एकजुट ना होकर चुनाव के लिए अपना-अपना क्षेत्र बांट लिए थे।
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वहीं इस पर भूपेश बघेल ने निकाय चुनाव में आए परिणामों को स्वीकार करते हुए कहा कांग्रेस की बड़ी हार हुई है। मुझे जो कुछ भी कहना होगा पार्टी फोरम पर कहूंगा। तो वही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने evm पर शंका जताते हुए कहा है कि भाजपा पैसे और प्रशासनिक दबाव के चलते जीत दर्ज की है।
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ओपी चौधरी और अरुण साव ने कसा तंज
कांग्रेस नेताओं के बीच मचे घमासान पर भाजपा जबरदस्त पलटवार कर रही है। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा है कि कांग्रेस में लड़ाई जय वीरू से अब चतुष्कोणीय हो गई है। भूपेश बघेल, TS सिंहदेव, दीपक बैच और चरणदास महंत के बीच आपसी टकराव देखने को मिल रहा है। वहीं डिप्टी सीएम अरुण साव का कहना है 5 साल कांग्रेस की सरकार में ये लोग लड़ते रहे, जिसके कारण छत्तीसगढ़ को नुकसान हुआ। अब विपक्ष में भी लड़ रहे हैं, जिसका खूब मजा जनता ले रही है।
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छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 10 नगर निगम, 35 नगर पालिका और 81 नगर पंचायत में जीत दर्ज की है। जो कि अब तक की भाजपा की सबसे बड़ी जीत है। 2023 के बाद से लेकर आज तक छत्तीसगढ़ में चार चुनाव हुए हैं। इसमें भाजपा का वोट बैंक लगातार बढ़ रहा है। विधानसभा में 46% , लोकसभा में 52% और नगरी निकाय चुनाव में 56 प्रतिशत वोट मिले हैं। इससे स्पष्ट होता है कांग्रेस के मुद्दे या राज्य सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों को जनता नकार रही है। ऐसे में कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं को आपसी मनमुटाव छोड़ एकजुट होकर काम करने के साथ ही नए मुद्दों पर आक्रामक रणनीति बनाने की जरूरत है।
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