KANKER NEWS. डोंगरकट्टा गांव में भालू के हमले से दो लोगों की जान चली गई है। वहीं दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं। जिसके बाद भालू की दहशत से पूरा गांव थर्राया हुआ है। भालू प्रभावित इलाकों में जहां एक ओर ग्रामीण दहशतजदा हैं तो आदमखोर हुए भालू की तलाश में पूरा वन विभाग का अमला जंगलों की खाक छान रहा है।
आसपास गांव के लोग भी आतंक से दहशत में हैं जिस गांव में हमला किया वहां के लोग सजग हो गए। साथ ही अन्य गांव के लोग अब और ज्यादा चौकन्ने हैं। वजह यह कि आदमखोर भालू का लोकेशन अब तक नहीं मिल पाया है। पकड़ने के लिए वन विभाग के साथ तमाम विभाग और उसके बड़े अफसर लगे हैं। लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी।
जंगल सफारी रायपुर की टीम एवं कांकेर की रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर भालू को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया और भालू का लोकेशन पता करने के लिए जेसीबी मशीनों के सहारे पूरे जंगल का खाक छान डाला मगर भालू का पता नहीं चल पाया। वहीं आसपास के गांव में वन विभाग की टीम माइक के माध्यम से भालू से सतर्क रहने की हिदायत भी दे रहे हैं।
आपको बता दें शनिवार को डोंगरकट्टा गांव के जंगल में भालू ने दो ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया था। जो पिता और पुत्र हैं। वहीं एक अन्य ग्रामीण सहित एक वन कर्मी भी घायल हो गए। इस घटना के बाद वन विभाग के अधिकारी एक्सपर्ट की टीम के साथ भालू को पकड़ने के लिए उसकी तलाश कर रहे हैं। टीम ने रात से ही भालू के लोकेशन पता करने ड्रोन कैमरा के माध्यम से जानकारी जुटाने का प्रयास किया लेकिन भालू का पता नही चल पाया है।