PRAYAGRAJ NEWS. महाकुम्भ में यदि अयोध्या के भी दर्शन हो जाएं तो इससे बड़ी बात क्या हो सकती है। हम सही कह रहे हैं क्योंकि महाकुम्भ में अयोध्या के रामलला मन्दिर की तरह ही तरह राम मन्दिर बनाया गया है। मन्दिर में हूबहू रामलला की प्रतिमा स्थापित की गई है। जो कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को अयोध्या के रामलला का दर्शन करने का अहसास करा रहा है। जो लोगों को खूब लुभा रहा है। जो भी इसे देख रहा है, वह चकित हो रहा है। इसे देखकर अयोध्या के राम मन्दिर और इसमें कोई अन्तर नहीं लग रहा है। केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने विधिवत शुभारम्भ कराया है।
प्रयागराज के महाकुम्भ मेला में सेक्टर-1 परेड मैदान के पास अयोध्या के राम मन्दिर की तरह भव्य प्रतिरूप मन्दिर स्थापित कराया गया है। इसे अयोध्या के मूल राम मन्दिर की तरह हूबहू दर्शाया गया है। इस भव्य मन्दिर में रामलला की प्रतिमा भी अयोध्या के मन्दिर जैसी ही स्थापित की गई है।
रात के समय जब इस मन्दिर में रोशनी जगमगाती है, तो गुजरने वाले श्रद्धालु ठहरकर निहारने लगते हैं और दर्शन करते हैं। मन्दिर की भव्यता और सुन्दरता देखकर श्रद्धालु मुग्ध हैं। क्योंकि इसे देखकर अयोध्या के राम मन्दिर की तरह ही तैयार किया गया है। अयोध्या के राम मन्दिर और महाकुम्भ में बने इस मन्दिर के बीच अन्तर कर पाना मुश्किल लगता है।
इस भव्य हूबहू मन्दिर का उद्घाटन केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने किया। 22 जनवरी 2025 को विधिवत पूजा-अर्चना के साथ रामलला की प्रतिमा स्थापित की गई। गौरतलब है कि अयोध्या के राम मन्दिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा भी इसी दिन पिछले साल 22 जनवरी को हुई थी।
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फाइबर से बनाए गए इस मन्दिर की कारीगरी इतनी शानदार है कि यह अयोध्या के मूल राम मन्दिर की सटीक झलक देता है। रात की रोशनी में यह मन्दिर और भी भव्य नजर आता है। महाकुम्भ में रामलला के दर्शन के लिए आ रहे श्रद्धालु यहाँ आकर अद्भुत अनुभव कर रहे हैं। अयोध्या के मन्दिर की तरह अहसास करते हुए पूजा कर रहे हैं। यह भव्य मन्दिर कुम्भ मेले का आकर्षण बन गया है।
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