BILASPUR NEWS. अपोलो अस्पताल प्रबंधन लगातार सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं की अनदेखी कर रहा है। इस बात की जब खबर विधायक सुशांत शुक्ला को लगी तो वे अपोलो प्रबंधन से मुलाकात कर आंदोलन की चेतावनी की बात कही थी। इसके बाद जिले का स्वास्थ्य महकमा भी जाग गया है। स्वास्थ्य विभाग ने आपोलो प्रबंधन को पत्र लिखा है। इस पत्र में पंजीयन कराने की बात लिखी है।
बता दें, अपोलो संभाग का एक बड़ा अस्पताल है। जहां पर हर तरह की बीमारी के उपचार की सुविधा है। यहां पर सिर्फ संभाग के ही नहीं बल्कि अन्य संभाग से भी लोग उपचार के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में जो सक्षम है और उपचार का खर्च वहन कर सकते हैं वे तो यहां सेवा लेते है। लेकिन निचले व गरीब तपके के लोग बेहतर उपचार के लिए तरस जाते है।
यहां पर आयुष्मान कार्ड के तहत उपचार नहीं किया जाता है। इस बात की शिकायत बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला से की गई थी तब वे प्रबंधन से इस विषय में जवाब मांगने पहुंचे थे। उन्होंने प्रबंधन को चेतावनी भी दी कि यदि आप सरकारी योजना से उपचार नहीं कर सकते तो सरकारी जमीन को खाली कर दें। यदि सरकारी योजनाओं के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाएं नहीं देंगे तो आंदोलन की भी चेतावनी दी थी।
इसके बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने अपोलो प्रबंधन को एक पत्र लिखा है। पत्र में लिखा गया है कि अपोलो अस्पताल को आयुष्मान व सरकार की योजनाओं के पंजीयन के लिए 3 दिन में आवेदन करा लें। इस पत्र में यह भी लिखा है कि आपोलो प्रबंधन को कई बार पंजीयन कराने के लिए पहले भी कहा गया है लेकिन अभी तक नहीं कराया है।
स्वास्थ्य विभाग कर रहा निवेदन
इस पत्र को जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से जारी किया गया है। इस पत्र के माध्यम से अपोलो प्रबंधन को पंजीयन कराने के लिए आग्रह कर रहा है। अभी तक अपोलो में नकद से ही उपचार किया जा रहा है। जो कि बहुत दुर्भाग्य की बात है। गरीब आदमी के पहुंच से दूर है और सरकारी जमीन पर बने अस्पताल के तेवर ऐसे है कि सरकार की योजना को ही नहीं मान रहा है।