NEW DELHI NEWS. देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का आज यानी 26 दिसंबर की रात को निधन हो गया। उन्हें सांस लेने में दिक्कत आने के बाद रात करीब 8 बजे दिल्ली के एम्स के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया था। मनमोहन सिंह 2 बार देश के प्रधानमंत्री रहे। वे लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे थे। इससे पहले भी उन्हें कई बार स्वास्थ्य कारणों से अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका था।
मनमोहन के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई दिग्गज नेताओं ने दुख जताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह जी और मैं उस समय नियमित रूप से बातचीत करते थे जब वे प्रधानमंत्री थे और मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था। हम शासन से संबंधित विभिन्न विषयों पर गहन विचार-विमर्श करते थे। उनकी बुद्धिमत्ता और विनम्रता हमेशा देखने को मिलती थी। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं डॉ। मनमोहन सिंह जी के परिवार, उनके मित्रों और असंख्य प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।
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बता दें कि 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह इस साल की शुरुआत में राज्यसभा से रिटायर हुए और 33 सालों के बाद उच्च सदन में उनकी राजनीतिक पारी खत्म हुई। भारत के एकमात्र सिख प्रधानमंत्री ने जून 1991 में पी।वी। नरसिम्हा राव के नेतृत्व वाली सरकार में वित्त मंत्री के रूप में शपथ लेने के चार महीने बाद 1991 में राज्यसभा पहुंचे थे।
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26 सितम्बर 1932 को पंजाब में जन्मे मनमोहन सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक और स्नातकोत्तर की उपाधि हासिल की। मनमोहन सिंह ने 1957 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स ट्राइपोज पूरा किया। इसके बाद उन्होंने 1962 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डी।फिल। की डिग्री ली। पंजाब विश्वविद्यालय और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में टीचिंग के बाद, वो 1971 में वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में भारत सरकार में शामिल हुए। डॉ। मनमोहन सिंह को 1972 में वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार के पद पर प्रमोट किया गया।