NEW DELHI NEWS. एमएसपी सहित विभिन्न मांगों को लेकर लंबे समय से धरने पर बैठे किसान संगठनों ने आज यानी 6 दिसंबर को पैदल दिल्ली कूच का ऐलान किया है। इसके चलते हरियाणा में अलर्ट जारी किया गया है। हरियाणा पुलिस ने कहा कि किसानों को आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा, क्योंकि दिल्ली में प्रदर्शन या धरने की अनुमति नहीं है। पंजाब बॉर्डर से लगते जिलों में अर्धसैनिक बलों की 15 कंपनियां तैनात की गई हैं। सुरक्षाबल वाटर कैनन, वज्र वाहन, आंसू गैस, ड्रोन व दंगा रोधी उपकरणों से लैस हैं। नाकेबंदी के लिए लोहे और पत्थर के बैरिकेड्स, कंटीली तार, नुकीली कीलें मंगवाई गई हैं।
हरियाणा के पांच जिलों (अम्बाला, सिरसा, जींद, कैथल, फतेहाबाद) में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 163 लागू की गई है। इन जिलों के आईजी व एसपी बॉर्डर का दौरा कर सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) व किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) ने कहा, शुक्रवार दोपहर 1 बजे 101 किसानों का जत्था दिल्ली रवाना होगा। गुरु तेग बहादुर सिंह के शहीदी दिवस पर कूच करने वाले जत्थे को ‘मरजीवड़े’ जत्था नाम दिया है।
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इससे पहले गुरुवार को शंभू बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि अगर निहत्थे किसानों को भी दिल्ली नहीं जाने दिया तो यह नैतिक तौर पर हमारी जीत होगी। पहले जत्थे के जाने के बाद रोज एक जत्था जाएगा। पंजाब के जत्थे शुक्रवार सुबह तक बॉर्डर पहुंच जाएंगे। इस बीच, हरियाणा की अतिरिक्त मुख्य सचिव–गृह सुमिता मिश्रा ने कहा, कानून–व्यवस्था नहीं बिगड़ने दी जाएगी। समस्या बातचीत से सुलझती है, सड़क पर नहीं। सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी बनाई है। किसान कमेटी के सामने अपनी बात रखें।