अभय तिवारी
BALODA BAZAR. इक्कीसवे सदी में भारत चाँद में पहुँच गया। द्रौपदी मूर्मू एक आदिवासी महिला राष्ट्रपति हो गई। मनु भाकर जैसी महिला ने भारत का परचम विश्व में लहरा दिया। पर इसी भारत में आज भी महिलाओं को ससुराल की प्रताड़ना झेलनी पड़ती है। और इस हद तक झेलनी पड़ती है कि तंग आ कर आत्महत्या करने की नौबत आ जाती है।
बलौदा बाज़ार ज़िले के हथबंध थाना छेत्र से ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां ससुराल में प्रताड़ित एक महिला ने एसिड पी कर आत्महत्या कर ली थी। अब एक साल बाद पुलिस ने ससुराल के सदस्यों को प्रताड़ित करने के आरोप में गिरफ़्तार किया है।
5 दिन चला था इलाज, पर नहीं बच सकी महिला:
मृतिका रेशमा की शादी 2015 में शेखर के साथ हुई थी। कुछ साल बाद रेशमा को उसके पति शेखर , ससुर मानसिंग और सास कुमारी बाई के द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जाने लगा। जिससे परेशान हो कर पिछले साल 16 अगस्त 2023 को रेशमा ने तंग आ कर एसिड का सेवन कर आत्महत्या करने का प्रयास किया। हालत नाज़ुक देख कर रेशमा को रायपुर के अग्रवाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 05 दिन बाद 21 अगस्त को इलाज के दौरान ही रेशमा की मौत हो जाती है।
एक साल बाद हुई गिरफ़्तारी:
थाना हथबंध पुलिस के द्वारा जाँच विवेचना कार्यवाही, गवाहों के कथन और परिस्थितिजन्य सबूतों के आधार पर मृतिका के एसिड पी कर आत्महत्या करने में दोषी पाये गये आरोपी पति शेखर उम्र 32 वर्ष, ससुर मानसिंग उम्र 57 वर्ष और सास कुमारी बाई उम्र 50 वर्ष को गिरफ़्तार कर लिया गया है। आरोपियों को गिरफ़्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश करते हुए न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।