BILASPUR. शहर में ड्रेनेज सिस्टम को लेकर हाईकोर्ट ने निगम के अफसरों की जमकर क्लास लगाई। मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा व जस्टिस सचिन सिंह राजपूत की डिवीजन बेंच में हुई। कोर्ट ने निगम के अफसरों व उनकी इंजीनियरिंग पर भी सवाल उठाया है। निगम कमिश्नर और नगरीय प्रशासन विभाग के सेक्रेटरी से पूछा की ये कैसी इंजीनियरिंग है कि हल्की सी बारिश होते ही सड़कों पर पानी भर जाता है। नालियां जाम हो जाती रही है। लोगों की परेशानी से आप लोगों को लेना-देना है या नहीं। प्रशासन व नगर निगम को नोटिस जारी कर जवाब पेश करने के निर्देश दिए है।
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बता दें, शहर के सड़कों की बदतर स्थिति को लेकर हाईकोर्ट स्वतः ही संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका के तौर पर सुनवाई शुरू की है। इसकी सुनवाई मंगलवार को हुई।
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चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने जमकर अफसरों को फटकार लगाई और शासन व निगम की ओर से पैरवी करने वाले लॉ अफसरों से पूछा कि हल्की सी वर्षा से पुराने बस स्टैण्ड की सड़कों पर घुटने तक पानी भर जाता है।
नाली का पानी सड़क पर आ जाने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोर्ट ने इसके अलावा शहर के उन सभी जगहों का नाम लिया जहां पर सालों से जल भराव होता है। कश्यप कॉलोनी , श्रीकांत वर्मा मार्ग सहित कई प्रमुख जगहों की ओर अफसरों का ध्यानाकर्षित किया।
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व्यक्तिगत हलफनामा पेश करने कहा
याचिका की सुनवाई के बाद कोर्ट ने सचिव, शहरी प्रशासन एवं विकास और आयुक्त नगर निगम बिलासपुर को निर्देश दिया है कि ये खराब जल निकासी व्यवस्था के कारण जल जमाव के लिए उठाए गए कदमों के संबंध में अपना व्यक्तिगत हलफनामा दायर कर जवाब देना होगा।