DELHI. लोकसभा चुनाव के परिणाम के पहले N.D.A. और I.N.D.I.A. गठबंधन के नेताओं ने चुनाव आयोग से मुलाक़ात की। विपक्ष के नेताओं ने आयोग के सामने परिणाम वाले दिन को लेकर पाँच माँगें रखी है। इसके अलावा नियम में बदलाव को लेकर शिकायत दर्ज कराई है।
4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने हैं। इसके पहले 2 जून इंडिया गठबंधन की प्रतिनिधिमंडल जिसमें अभिषेक मनु सिंघवी, डी राजा, राम गोपाल यादव, संजय यादव, नासिर हुसैन, सलमान ख़ुर्शीद और सीताराम येचुरी शामिल थे। सभी ने रविवार को चुनाव आयोग से मुलाक़ात कर अपनी पाँच माँगे चुनाव आयोग के सामने रखी।
पहली माँग: पोस्टल बैलट के रिजल्ट ईवीएम के रिजल्ट के पहले जारी किए जाए।
दूसरी माँग: नियमों के तहत गिनती की जाए, चुनाव आयोग के पर्यवेक्षक इन नियमों को लागू करायें।
तीसरी माँग: परिणाम के दिन गिनती की निगरानी CCTV से की जाए और कंट्रोल यूनिट का सत्यापन किया जाए।
चौथी माँग: EVM से जो डेटा आये उसे कन्फर्म किया जाए।
पाँचवी माँग: EVM को जब सील किया जाए तो काउंटिंग एजेंट के द्वारा सत्यापित कराया जाए और गिनती के दौरान उसकी फिर से पुष्टि की जाए।
इन पाँच माँगों के अलावा हाल ही में चुनाव आयोग ने एक गाइडलाइन लाकर नियम में बदलाव किया था। इसको लेकर इंडिया गठबंधन के नेताओं ने शिकायत भी दर्ज करायी है। अभिषेक मनु सिंघवी ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया है की पोस्टल बैलट की गिनती को लेकर चुनाव आयोग ने इस साल बदलाव लाया है। इससे पोस्टल बैलेट्स की गिनती ख़त्म होने के पहले भी ईवीएम के नतीजे जारी किए जा सकते हैं। पहले के नियम के तहत पोस्टल बैलेट्स के नतीजे जारी करे बिना ईवीएम के नतीजे जारी नहीं किए जाते थे।
पोस्टल बैलेट्स चुनाव के नतीजों में बड़ा फ़र्क़ ला सकते हैं- सिंघवी
मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता मनु सिंघवी ने कहा कि बहुत बार ऐसा हुआ है कि सभी पार्टियों के बीच जितने मतो का फ़र्क़ आता है। पोस्टल बैलेट्स का परिणाम खुलने के बाद वह फ़र्क़ दो या तीन गुना भी हो जाता है। परिणाम के मामले में पोस्टल बैलेट्स निर्णायक सिद्ध हुए है।
सिंघवी ने बताया कि विपक्ष के नेताओं ने चुनाव आयोग से मिल कर अपनी शिकायत दर्ज कराई है कि चुनाव आयोग गाइडलाइन जारी कर जिस नियम में बदलाव लाया है वह क़ानूनी रूप से ग़लत है। इस प्रकार गाइडलाइन ला कर नियम में बदलाव नहीं किया जा सकता है। नये नियम के मुताबिक़ अब बैलेट्स की गणना पूरी होने के पहले भी EVM के नतीजे दिये जा सकते है। सिंघवी व अन्य साथियों ने माँग की है कि चूंकि पोस्टल बैलेट्स नतीजों में फेरबदल कर सकते हैं तो एक स्वतंत्र चुनाव के लिए यह ज़रूरी है की जो पुराना नियम था उसी का पालन किया जाए।
सत्तापक्ष के नेताओं ने भी की मुलाक़ात, रखी कुछ माँगे
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल समेत कई भाजपा नेताओं ने भी चुनाव आयोग से चुनाव परिणाम के पहले चुनाव आयोग से मुलाक़ात की। विपक्ष की चुनाव आयोग की माँगे और शिआकायत को ले कर पीयूष गोयल ने मीडिया से बात करते हुए टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और INDI गठबंधन की पार्टियों ने लगातार भारतीय चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाये और मिलकर आरोप लगाये हैं जो इस लोकतांत्रिक संस्था पर हमला है। इसे देखते हुए हमने चुनाव आयोग के सामने कुछ माँगें रखी हैं।
पहली माँग: काउंटिंग में लगा चुनाव आयोग का हर अधिकारी इसकी प्रक्रिया का अच्छी तरह जानकार हो और चुनाव आयोग के सभी प्रोटोकॉल का पालन करे।
दूसरी माँग: गणना और नतीजों के ऐलान के समय प्रक्रिया की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
तीसरी माँग: चुनाव प्रक्रिया को कमजोर करने की लगातार कोशिशों का संज्ञान लिया जाए और ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ एक्शन लिया जाए।