RAIPUR. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पास स्थित चंद्रखुरी के माता कौशल्या मंदिर की ख्याति अब दूर-दूर तक हो रही है। दुनिया के एकमात्र माता कौशल्या मंदिर पर केन्द्रित भजन को जाने-माने गायक अनूप जलोटा ने आवाज़ दी है। भजन सम्राट द्वारा गाये गए इस भजन को मयंक चतुर्वेदी मानस ने लिखा है। इस भजन में माता कौशल्या और मंदिर का सुंदर चित्रण किया गया है। इस भजन को सुनकर मंदिर का पूरा दृश्य सामने आ जाता है।
राजधानी रायपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर चंद्रखुरी में माता कौशल्या का मंदिर हैं। माना जाता है कि प्रभु श्रीराम की माँ माता कौशल्या का घर छत्तीसगढ़ में ही था। इसी लिए छत्तीसगढ़ के लोग प्रभु श्रीराम को अपना भांचा (छत्तीसगढ़ी भाषा में भांजे को भांचा कहा जाता है) मानते हैं। चंद्रखुरी स्थित माता कौशल्या का मंदिर पूरी दुनिया में इकलौता है।
मंदिर में माता कौशल्या अपनी गोद में रामलला को लिए हुए हैं। यह मूर्ति काफी प्राचीन बताई जाती है। अगर मंदिर के पुराने स्वरूप पर जाएं तो यह मंदिर सात तालाबों के बीच में स्थित था। हालांकि अब सभी तालाब आपस में मिल गए हैं। मंदिर में पूरा राजा जनक का पूरा दरबार भी मूर्ति के रूप में स्थापित था और प्रभु श्रीराम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न की मूर्तियां दरबार के बीचों-बीच खेलते हुए रखी थीं।
कुछ सालों पूर्व मंदिर में विकास कार्य शुरू हुआ और मंदिर को भव्य बना दिया गया। पूर्व में स्थापित मूर्तियों को भी फिलहाल अलग रखा गया है। इन्हें बाद में स्थापित किया जाना है। मंदिर के बाहर भव्य प्रवेश द्वारा बनाया गया है और बाहर ही प्रभु श्रीराम की विशाल मूर्ति भी लगाई गई है। हालांकि इस मूर्ति की बनावट को लेकर लोग खुश नहीं हैं।
इस मंदिर की सुंदरता और माता कौशल्या व रामलला के स्नेह भरी प्रतिमा, मंदिर के आसपास के माहौल आदि पर केन्द्रित भजन अनूप जलोटा की आवाज़ में रिकॉर्ड किया गया था। यह भजन माता कौशल्या पर केन्द्रित पहला भजन है और भजन सम्राट ने भी माता कौशल्या का भजन पहली बार गाया है।
तालाब के बीच में समुद्र मंथन की विशाल आकृति
मंदिर स्थल के चारों और स्थित तालाबों में जो अब मिलकर एक ही हो गए हैं, वहां समुद्र मंथन का दृश्य विशाल मूर्ति के रूप में है। इसके अलावा अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी पानी में ही स्थापित हैं।
तरुण पहाड़े का संगीत और प्रभंजय चतुर्वेदी का विशेष सहयोग
भजन का संगीत छत्तीसगढ़ के गुणी संगीतकार तरुण पहाड़े ने दिया है। जबकि नयोनिका बानिक ने भी इस भजन में आवाज दी है। भजन में भिलाई के सुप्रसिद्ध गायक प्रभंजय चतुर्वेदी का विशेष सहयोग रहा। जबकि भजन की मिक्सिंग मास्टरिंग में मुंबई में ग़ज़ल एवं भजन सिंगर जसवंत सिंह की देखरेख में हुई। भजन के वीडियो में मास्टर राजवीर सिंह ने रामलला की भूमिका निभाई और खुशबू चतुर्वेदी ने माता कौशल्या की। वीडियो में डायरेक्शन, एडिटिंग एवं डीआई सतीश देवांगन ने की। डीओपी का काम अनुज कुमार ने किया। उमेश पांडे ने ड्रोन का संचालन किया। भजन की रिकॉर्डिंग भिलाई के टू स्टोन्स स्टूडियो में बिन्नी पॉल द्वारा की गई। पोस्ट प्रोडक्शन का काम स्काईलाइन24 स्टूडियो में हुआ।
भजन का लिंक
https://www.youtube.com/watch?v=kE4KtLnKOMk