RAIPUR. छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टेबाजी मामले में कार्रवाई लगातार बढ़ती ही जा रही है। इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉड्रिंग और हवाला केस में हवाला कारोबारी गिरीश तलरेजा, सुरेश चोखानी समेत 25 खिलाफ दो हजार पन्नों का पूरक परिवाद पेश किया है। इस पर 4 मई को चर्चा होगी।
इस परिवाद में इसमें भोपाल, कोलकाता, दिल्ली की एक दर्जन कंपनियों को आरोपी बनाया है। उनकी संपत्ति कुर्क करनी की तैयारी है। कुछ कारोबारियों को भी आरोपी बनाया गया है। ईडी ने अब तक इस मामले में 19 लोगों की गिरफ्तारी की है, जबकि 50 से ज्यादा आरोपी बनाए हैं।
इसमें राजनेता, कारोबारी से लेकर कई कंपनियां शामिल हैं। ईडी के वकील ने बताया कि गिरीश और सुरेश सट्टे का पैसा शेयर मार्केट में निवेश करते थे। विदेशी कंपनियों के नाम से सट्टे का पैसा शेयर मार्केट में लगाया गया है। उससे वे बड़ा मुनाफा कमा रहे हैं।
प्रॉपर्टी और ठेकेदारी के काम पर भी पैसों का निवेश किया जा रहा है। दोनों के खाते में करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन मिला है। ईडी ने इनकी प्रॉपर्टी भी कुर्क कर ली है। वहीं, ईओडब्ल्यू ने महादेव सट्टा में रिमांड खत्म होने पर राहुल वकटे, रितेश यादव, एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर और सुनील दम्मानी को विशेष अदालत में पेश किया है।
एएसआई वर्मा, कारोबारी चंद्राकर और दम्मानी से पूछताछ के लिए दोबारा रिमांड मांगी गई। अदालत ने तीनों की 4 मई तक रिमांड दी है। जबकि राहुल और रितेश को 14 मई तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
आज यानी 1 मई को ईओडब्ल्यू प्रोडक्शन वारंट में जेल में बंद सिपाही भीम सिंह यादव और रायगढ़ के कारोबारी अमिल अग्रवाल को गिरफ्तार करेगी। पूछताछ के लिए उन्हें भी रिमांड पर लिया जाएगा।
ईओडब्ल्यू सट्टे के मामले में गिरफ्तार आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ कर रही है। रायपुर, भिलाई-दुर्ग के कारोबारी और पैनल चलाने वालों को रोज पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है।