JAGDALPUR. पूर्व मंत्री व बस्तर से कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। दरअसल, लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार कर रहे कवासी लखमा अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने है। लखमा के विवादित का मामला अब थाने पहुंच गया है।
दरअसल, कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा के खिलाफ बीजापुर जिले के 2 थानों में एफआईआर दर्ज की गई है। मिरतुर और कुटरू थाने में आईपीसी की धारा 500, 188, 506 के साथ ही लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 123 (2) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
लखमा के खिलाफ एफआईआर चुनाव प्रचार के दौरान पुलिस के जवानों को तीर धनुष से मार भगाने और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक भाषण देने के बाद भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा लिए गए संज्ञान के बाद हुई है।
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बस्तर दौरे से एक दिन पहले बस्तर लोकसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ जिला निर्वाचन आयोग ने बीजापुर जिले के अलग-अलग थानों में विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराया है और गिरफ्तारी होने की भी संकेत दिए हैं।
बताया जा रहा है कि एफआईआर भैरमगढ़ तहसीलदार के आवेदन पर हुई है। बता दें कि बता दें कि पीएम मोदी पर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के बाद कवासी लखमा ग्रामीणों को क्षेत्रीय बोली गोंडी में कहा था कि कवासी लखमा जीतोड़, नरेंद्र मोदी ढोलतोर। यानी कवासी लखमा जीतेगा और नरेंद्र मोदी मरेगा, खेल खत्म, राम-राम।
अब तक तीन केस दर्ज
बता दें कि बीजापुर जिले के ही कुटरू गांव में पुलिस के जवानों को तीर-धनुष से मारने वाला बयान दिया था। इन दोनों ही बयानों को लेकर बीजापुर निर्वाचन आयोग ने अलग-अलग थाने में ‘हेट स्पीच’ के तहत एफआईआर दर्ज किया।
इससे पहले जगदलपुर कोतवाली में भी चुनाव प्रचार के दौरान कवासी लखमा के द्वारा एक समिति को 500-500 के नोट बांटने के मामले में भी चुनाव आयोग ने एफआईआर दर्ज किया था। कुल तीन अलग-अलग मामलों में प्रत्याशी कवासी लखमा के खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है।