JAGDALPUR. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की निगम सरकार ढह जाने से अब आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। बुधवार को नामांकन सभा के दौरान मुख्यमंत्री के सामने कांग्रेसी महापौर साफिरा साहू समेत 6 कांग्रेसियों ने भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद से आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य और निगम सभापति कविता साहू ने महापौर साफिरा साहू पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्हें प्रदेश की सबसे भ्रष्ट महापौर बताया है। साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि महापौर निधि में किए गए भ्रष्टाचार की फाइल खुलने के डर से साफिरा साहू ने भाजपा प्रवेश कर लिया है।
वहीं भाजपा प्रवेश करने के बाद अब इस फाइल की जांच के लिए चुनाव से पहले हल्ला बोल रहे भाजपा के पार्षदों ने भी अपना मुंह बंद कर लिया है।
कांग्रेस निगम सभापति ने महापौर साफिरा साहू पर महापौर निधि में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है और भाजपा के पार्षदों के साथ ही निगम आयुक्त से महापौर निधि की फाइल की जांच की मांग की है।
इसके अलावा कांग्रेस के पार्षद ने महापौर पर आरोप लगाते हुए कहा है कि निगम अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव जब लाया गया था उस वक्त महापौर ने 2 लाख का लालच देकर वोटिंग करने को कही थी।
वहीं, इस बयान पर पलटवार करते हुए नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे ने कहा कि जांच करने की बात हमने कही है जांच एजेंसी को जांच करना चाहिए। निगम आयुक्त अपना काम करेंगे । कविता साहू पर भ्रष्टाचार का आरोप लगते हुए कहा कि आज से 4 साल पहले निगम आती थी, तो स्लीपर चपल पहन के आती थीं।
आज वे चमचमाती गाड़ी में घूम रही हैं। समय के साथ सभी मामले सामने आएंगे और यही कविता साहू अपने आप को बचाते फिरेगी। इसके अलावा संजाय पांडे ने दावा की किया है कि और कई पार्षद भाजपा में शामिल होने वाले है।