BILASPUR. मौसम में बदलाव के साथ ही चिकनपाक्स के मामले सामने आने लगे हैं। शहर से लगे खमतराई में यह बीमारी तेजी से फैल चुकी है। इसके चपेट में 46 बच्चे आकर संक्रमित हो गए हैं। गर्मी की वजह से अब चिकनपाक्स के मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से चिकनपाक्स की बीमारी को पूरी तरह से नियंत्रण का दावा किया जा रहा है। फिलहाल विभाग अलर्ट मोड में काम कर रहा है। इसी तरह शहर के सिम्स व जिला अस्तपाल के साथ ही अन्य निजी अस्पतालों में लगातार इनके मरीज सामने आ रहे है।
बता दें, गर्मी के मौसम में मौसम बदलते ही कई तरह की बीमारियां होने लगती है। मौसमी बीमारी डेंगू, मलेरिया के बाद अब चिकनपाक्स की बीमारी ने भी दस्तक दे दी है। जानकारी के मुताबिक इसे जल्द ही नियंत्रण में नहीं किया गया तो इसके मामले और भी बढ़ सकते हैं।
चिकित्सकों के मुताबिक यह छूत की बीमारी है। जो रोगी के संपर्क में आने से और रोगी के छींकने या उसे छूने से फैलती हैं। बच्चे कुछ खाते समय हाथ-पैर साफ नहीं करते हैं। ऐसे में बच्चों में इस रोग के लक्षण ज्यादा सामने आते हैं।
इसके तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अधिकारियों को अलर्ट मोड में कर दिया है। जिस भी क्षेत्र में ज्यादा मामले आते है तो नियंत्रण कार्य चालू कर दिया जाएगा।
क्या है चिकन पाक्स के लक्षण
.रोगी की शुरूआती दौर में खांसी व जुकाम होता है। एक-दो दिन बाद पूरे शरीर में लाल चकत्ते होने लगते है।
.चकत्ते छालों के रुप लेने लगते हैं। छालों से पानी जैसा तरल पदार्थ निकलता है।
.छाले पूरे शरीर में कहीं पर भी हो सकते हैं। हथेलियों से लेकर मुंह तक ऐसा संभव है।
.मरीज को हल्का बुखार रहता है।
.रोग बढ़ जाए तो निमोनिया हो जाता है।
.कुपोषित बच्चों व एड्स से संक्रमित मरीजों में यह बीमारी अधिक बढ़ती है।
क्या करें और क्या न करें
.संक्रमित मरीज के संपर्क में नहीं आएं।
.मरीज के बर्तनों व कपड़ों खासकर तौलिए को अलग रखें।
.शरीर पर होने वाले छालों को गलती से भी न छुंए। हाथ लग भी जाए तो साबुन या डेटाल से हाथ साफ करें।
.डिस्प्रिन नामक दवा प्रयोग कतई नहीं करें।
क्या है इलाज जानें
ठस रोग में एसाइक्लोविर दवा का प्रयोग करना चाहिए। साथ ही बुखार के लिए पेरासिटामोल और खुजली के लिए सिट्राजिन दवा व केलामिन लोशन का इस्तेमाल करना चाहिए। एसाइक्लोविर दिन में पांच बार, पैरासिटामोल बुखार होने पर तथा केलामिन लोशन का सुबह व शाम को लेप करना चाहिए।