BIJAPUR. बीजापुर ज़िले के बासागूड़ा में होली मनाने के दौरान हुई ट्रिपल मर्डर से हड़कंप मच गया हैं। बासागूड़ा थाने से क़रीब 1 किमी दूर नक्सलियों ने इस जघन्य घटना को अंजाम दिया है। चाकू टंगिये से कई वार करके मौत के घाट उतारा गया है। चंद्रिया मोडियम और अशोक भंडारी की मौत मौके पर ही हो गई जबकि जान बचाकर भागने वाले रमेश कारम ने बासागुड़ा पोटाकेबिन के पास दम तोड़ा।
जानकारी निकलकर आ रही है कि तीनों सलवा जुड़ूम कैम्प में रहते थे। 2005 में जब सलवा जुड़ूम आंदोलन अपने चरम पर था तब कई अंदरूनी गाँवो के लोगों ने शिविरों में शरण ली थी।
जिनको नक्सली लगातार अपना निशाना बनाते रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि सलवा जुड़ूम कैंप में रहने और पुलिस से नज़दीकी की आशंका इनकी निर्मम हत्या की गई होगी। तीनों ग्रामीणों का शव पोस्टमार्टम के लिए अवापल्ली अस्पताल लाया गया है।
वहीं होलिका दहन के दिन नक्सलियों ने ज़िला मुख्यालय को भी दहला दिया। कोतवाली और बस स्टैंड के क़रीब बसे अटल आवास में नक्सलियों ने DRG के जवान दीपक दुर्गम को गोली मारी। क़रीब 4 राउंड फायर में 2 गोलियाँ दीपक को लगी जिसने बुरी तरह घायल अवस्था में उसे ज़िला अस्पताल में भर्ती कराया गया .
देर रात हेलीकॉप्टर से रायपुर बेहतर इलाज के लिए भेज दिया गया था। ज़िला मुख्यालय में नक्सली गोलीबारी और बासागुड़ा बस्ती में ट्रिपल मर्डर से पूरे ज़िले में डर और भय का माहौल है। बहराल पुलिस नें अब तक किसी कारण व किसने की हत्या इस बात का खुल्लासा नहीं की जाँच में जुटी हैं।
30 मार्च को जिला बंद का आह्वान
इधर, बीजापुर में नक्सलियों ने जिला बंद का आह्वान किया है। 30 मार्च को जिला बंद का आह्वान किया गया है। फर्जी मुठभेड़ को लेकर बंद का आह्वान किया गया है। नक्सलियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव ने प्रेस नोट जारी कर यह ऐलान किया है। उनका कहना है कि जनवरी से लेकर अब तक 15 मासूम आदिवासियों की हत्या हुई है। नक्सलियों ने निर्दोष आदिवासियों की हत्या का आरोप लगाया है।