RAIPUR. छत्तीसगढ़ विधानसभा में विष्णुदेव साय सरकार का पहला बजट वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने पेश किया। इसमें वित्तमंत्री ने प्रदेश के 22 जगहों पर सेंट्रल लाइब्रेरी बनाने का बजट में प्रावधान किया है। सेंट्रल लाइब्रेरी के लिए 122 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया गया है। कृषि क्षेत्र में किसानों, भूमिहीन कृषि मजदूरों के लिए 13438 करोड़ दिए गए हैं।
इस दौरान ओपी चौधरी ने कहा कि आर्थिक विकास का केंद्र बिंदु – ज्ञान, नॉलेज है। गरीब, किसान, युवा, महिला हमारे केंद्र में है। ऑनलाइन रॉयल्टी को हटाकर लाल फीताशाही ऑफलाइन तरीके को अपनाया गया। हम ऑनलाइन माध्यम से सरकार के राजस्व में ऐतिहासिक वृद्धि करके दिखाएंगे। विभिन्न विभागों को तकनीकी समृद्ध करने के लिए 266 करोड़ का प्रावधान किया गया है। पूंजीगत व्यय में गत वर्ष की तुलना में 20 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
एक नजर में बजट
– नया रायपुर में आईटी हब विकसित किया जाएगा
-रायपुर और भिलाई के आसपास के इलाकों को स्टेट कैपिटल रीजन के रूप में विकसित किया जाएगा
– 20 प्रतिशत कैपेक्स वृद्धि का लक्ष्य।
– प्राकृतिक संसाधनों के लाभ का समान वितरण आमजनों के हित में।
– ईको टूरिज्म के लिए रोडमैप तैयार करेंगे।
– सरकार की सारी क्षमताओं के अतिरिक्त सुनिश्चित होगा निजी निवेश।
– पीपीपी मॉडल को बढ़ावा देंगे। प्राइवेट इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा मिलेगा।
– फोकस ऑन बस्तर, सरगुजा। आर्थिक विकास की दृष्टि से मजबूत करेंगे।
– आठवां स्तंभ, जीडीपी। हर क्षेत्र की विशेषताओं के अनुरूप विकाज़ सुनिश्चित करेंगे।
– फोकस ऑन बस्तर एंड सरगुजा
-बस्तर में लघु वन उपज के प्रसंस्करण के लिए उद्योगों की स्थापना की जाएगी।
– विकेंद्रीकृत विकास पॉकेट
-कोरबा, रायगढ़, उरला, सिलतरा जैसे क्षेत्रों में उद्योगों को और आगे बढ़ाया जाएगा
– 9वां स्तंभ, छत्तीसगढ़ की संस्कृति का विकास हमारा संकल्प है।
– 10वां, क्रियान्वयन का महत्व।
– छत्तीसगढ़ एडवाइजरी काउंसिल का गठन करेंगे।
– यह नारा विकासशील छत्तीसगढ़ को विकसित बनाने के लिए है।
– छत्तीसगढ़ आर्थिक सलाहकार परिषद का गठन होगा।