BILASPUR.मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम ईटवा पाली स्थित भगवान भांवर गरूड़ गणेश की बेशकीमती मूर्ति को चोरों ने पांचवी बार निशाना बनाते हुए चोरी की घटना को अंजाम दिया है। इससे पहले चार बार चोरों ने मूर्ति को चोरी किया था जिसके बाद पुलिस ने पकड़ लिया। चोरी की सूचना मिलते ही पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बेशकीमती मूर्ति होने के कारण चोरों की नजर इस पर वर्षों से है। यह मूर्ति मां डिडिनेश्वरी देवी मंदिर के समय की मानी जाती है। यह बहुत मूल्यवान मूर्ति है।
बता दें, चोरी की घटना पांचवी बार हुई है। मस्तूरी थाना प्रभारी रविन्द्र अनंत ने बताया कि ग्राम ईटवा पाली में भगवान भांवर गणेश का प्राचीन मंदिर है। मंदिर में पुरातात्विक महत्व की काले ग्रेनाईट से बनी मूर्ति थी। गांव के लोग इसकी पूजा-अर्चना करते थे। साल 2022 मं चोरों ने मूर्ति को चुरा लिया था। इसकी जांच के बाद पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार कर मूर्ति जब्त कर ली।
मूर्ति को गांव में लाकर फिर से स्थापित किया गया। उन्होंने बताया कि रविवार को जब भक्त मंदिर पहुंचे तो मूर्ति गायब थी। इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई है। इसके बाद अधिकारियों सहित पुलिस की टीम गांव में पहुंच गई। पुलिस की टीम गांव के लोगों से घटना के संबंध में पूछताछ कर रही है। इसके अलावा चोरी के मामले में पकड़े गए पुराने लोगों की भी जांच चल रही है।
खरीददार बनकर पकड़ा था चोरों को
करीब दो साल पहले मूर्ति चोरी की घटना के बाद एसीसीयू की टीम मामले की जांच कर रही थी। टीम के आरक्षक ने ग्राहक बनकर संदेहियों से संपर्क किया। इसके बाद निरीक्षक हरविंदर सिंह और उनकी पूरी टीम ने आरक्षक गोविंद शर्मा के साथ मिलकर चोरों को पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपित के कब्जे से मूर्ति जब्त कर ली थी।
सुरक्षा का अभाव
यह 10वीं शताब्दी की गरूड़ मूर्ति है। इसकी सुरक्षा के अभाव के कारण ही यहां पर चोर पहुंचते है। पहले 4 बार हुई घटना के बाद भी सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किया गया। जिसके बाद अब ये 5वीं बार है जब चोरों ने बेशकीमती मूर्ति को चुरा लिया है।