RAIPUR. छत्तीसगढ़ में ठगों का हौसला बढ़ता ही जा रहा है। पुलिस की सख्ती के बावजूद ठग लोगों को अपने झांसे में ले रहे हैं। एक ऐसा ही मामला राजधानी रायपुर में आया है, जिसमें कंपनी से 1.18 करोड़ की ठगी हो गई। जानकारी के अनुसार नई दिल्ली की एक कंपनी ने भारत सरकार से ठेका लेकर रायपुर की कंपनी को सतना में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाने का ठेका दिया। कंपनी ने काम शुरू कर दिया। जब कंपनी ने बिल जमा किया तो उन्हें आधा पेमेंट किया गया। उन पैसों के लिए कंपनी के जिम्मेदार पिछले पांच साल से गुमराह कर रहे है।
दरअसल, दिल्ली की कंपनी को ही भारत सरकार ने टर्मिनेट कर दिया है। इसकी जानकारी होने पर रायपुर की कंपनी के जिम्मेदारों ने अपने बकाया पैसों की मांग की, लेकिन नहीं लौटाया गया। इस बीच रायपुर के कंपनी की मालकिन की तबीयत बिगड़ गई। उनका मकान नीलामी के कगार पर आ गया है। बैंक खाता सीज हो गया है और उसके बाद भी कंपनी को बकाया पैसों का भुगतान नहीं किया गया। उसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार तेलीबांधा वीआईपी रोड में कारोबारी शिवानी राज तोमर की एसआर कंस्ट्रक्शन के नाम से कंपनी है। 2019 में दिल्ली के कारोबारी हिमांशु गुप्ता और कविश गुप्ता ने उनसे संपर्क किया। उन्हें अमृत योजना वन भारत के तहत मध्यप्रदेश के चार शहर में एसटीपी बनाने का ठेका मिला था। उन्होंने शिवानी को काम दे दिया। शिवानी ने सतना में काम शुरू कर दिया।
30 फीसदी काम पूरा होने पर 2.66 करोड़ से ज्यादा का बिल जमा किया
इसके बाद 30 फीसदी काम पूरा होने पर 2.66 करोड़ से ज्यादा का बिल जमा किया। कंपनी ने आधा पैसा देकर 1.18 करोड़ रुपए का पेमेंट रोक दिया। इसी बीच शिवानी को जानकारी हुई कि भारत सरकार ने गुप्ता की कंपनी केके स्पान को टर्मिनेट कर दिया है।
उसके बाद से ही शिवानी अपने पैसों के लिए गुप्ता दंपत्ति के पीछे चक्कर काट रही है। तनाव और आर्थिक तंगी में उनका गर्भपात हो गया और तबीयत भी बिगड़ गई। उनका मकान नीलाम होने वाला है। इसके बाद भी आरोपी पैसा नहीं दे रहा है।