BILASPUR.दोमुहानी गांव के प्राथमिक स्कूल में बीते दिनों छात्र के साथ हुए हादसे के बाद प्रशासन ने जांच कर कार्रवाई की। जिसमें स्कूल के प्रधानपाठक को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। मामले के 6 दिन बाद हाईकोर्ट के संज्ञान लेने के बाद यह कार्रवाई की गई है।
बता दें, स्कूलों में मध्याहन भोजन के दौरान भोजन परोसते समय इससे पहले भी कई घटनाएं हो चुकी है। लेकिन इसके बाद भी शिक्षा विभाग ने सुरक्षा के लिए स्कूलों में कोई इंतजाम नहीं किया है। दोमुहानी गांव के प्राथमिक शाला में छात्र धीरज के घायल होने की घटना में भी सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने से परेशानी का सामना करना पड़ा। बुधवार को शिक्षा विभाग द्वारा जांच में प्रधानपाठक सुनीता खेस्स की लापरवाही सामने आयी। जिसके कारण उसे निलंबित किया गया।
कोर्ट नहीं लेता संज्ञान तो नहीं होती कार्रवाई
मामले की जानकारी भी डीईओ को तीन बाद हुई थी। इस मामले में समाचार के माध्यम से ही हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया। तब जाकर शिक्षा विभाग ने आनन-फानन में जांच के आदेश दिए और जांच के बाद कार्रवाई की गई। कोर्ट संज्ञान नहीं लेता तो कुछ पता ही नहीं चलता शिक्षा विभाग को।
पैर फिसलने से हुआ हादसा
विकास खंड अधिकारी बिल्हा से मामले की जांच कराई गई। जिसमें पाया गया कि प्रधान पाठक सुनीता खेस्स ने छात्र-छात्राओं को मध्याहन भोजन के दौरान बैठाकर खाना नहीं खिलाया। बच्चों को पंक्तिबद्ध बुलाकर भोजन खिलाया गया था। जिसके कारण ही छात्र आदित्य धीरज का पैर फिसल गया और हाथ गर्म खीर के बर्तन में पड़ और यह हादसा हुआ। जिससे छात्र का पूरा एक हाथ जल गया। इस घटना की जानकारी नहीं देना व लापरवाही बरतने पर यह कार्रवाई की गई।