BILASPUR.छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने एक बार फिर से पुलिस को जमकर फटकार लगाई है। क्रिप्टो करंसी से धोखाधड़ी के मामले ने कोर्ट ने पुलिस ने अब तक आरोपियों को पकड़ा नहीं है जिसके कारण हाईकोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन को निष्पक्ष और मजबूत होना चाहिए। यह संदेश लोगों तक पहुंचना चाहिए।
बता दें, क्रिप्टो करंसी से धोखाधड़ी के मामले में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने इसे गंभीर अपराध माना है और इससे जुड़े आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने को कहा है। साथ ही पुलिस प्रशासन को अपनी छवि को मजबूत व निष्पक्ष बनाए रखने को भी कहा। क्रिप्टो करंसी से धोखाधड़ी के लिए पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है लेकिन अपराधियों को पकड़ नहीं पाई है। वहीं आरोपियों के तरफ से अग्रिम जमानत की याचिका लगा दी गई है।
क्या है मामला
यह मामला रायपुर महासमुंद का है जहां पर क्रिप्टो करेंसी नेटवर्क मार्केटिंग प्रोजेक्ट में पैसा लगाने पर 6 महीने में रकम दो गुना करने का झांसा देकर एक बीमा कंपनी की महिला कर्मी से 3 लोगों ने 30 लाख 25 हजार रूपये की ठगी कर ली। ठगी का शिकार महिला ने तेलीबांधा थाना रायपुर में इसकी शिकायत की जिसके आधार पर पुलिस ने महासमुंद जिले से तीन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया। लेकिन अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नही ंकर पायी है। आरोपियों की जानकारी होने पर भी गिरफ्तारी नहीं हो पायी।
अग्रिम जमानत याचिका दायर
हाईकोर्ट में आरोपियों ने पहले से ही जमानत के लिए हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल कर ली है। इसी को देखते हुए हाईकोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई व याचिका कर्ता आरोपियों के वकील के तर्क को सुनकर भी नाराजगी जताई और इसे गंभीर अपराध बताते हुए आरोपियों को रिमांड में लेने की आवश्यकता है कहा।
एक्सट्रा इनकम का लालच
कोटक महिन्द्रा लाइफ इंश्योरेंस में कार्यरत रायपुर के शांति नगर और भारत माता चौक निवासी ललिता सोना खुद का व्यापार करती है। 1 सितंबर 2022 को उनके मोबाइल पर सरायपाली, महासमुंद निवासी तेजकुमार पुरी ने कॉल कर खुद को क्रिप्टो करेंसी से संबंधित किसी प्रोजेक्ट में काम करना और उसमें पैसा लगाने पर 6 महीने में रकम दो गुना करने का झांसा दिया।
साथ ही कमीशन और एक्सट्रा कमाई का वादा किया। इसके बाद लगातार पैसा निवेश करने के लिए प्रेरित करता रहा। इस दौरान तेज कुमार ने 6 सितंबर 2022 को वीआईपी चौक के पार स्थित ट्रिटोन होटल में उस प्रोजेक्ट से संबंध में साथियों के साथ मिलकर सेमिनार आयोजित कर महिला को बुलाकर जानकारी दी।
जहां पर तेजकुमार पुरी ने समीर कुमार मिश्रा पिथौरा, सत्यवती दुबे, किशोर कुमार, प्रेमलाल प्रधान, बालेश्वर प्रधान, चैतन कुमार साहू, घासीदास मानिकपुरी, तेजराम देवांगन, अरखीत दास, राकेश गुप्ता से परिचय कराया। इसके बाद 18 अक्टूबर को महिला ने 4.50 लाख आटीजीएस कराया फिर अलग-अलग अकाउंट में पैसे डलवाएं और आईडीबीआई के चार-चार चेक दिए थे पैसा डबल होने का लालच देकर। लेकिन वो चेक भी बाउंस हो गए।