KATHMANDU. नेपाल की धरती एक बार फिर कांपी है। दरअसल, शुक्रवार देर रात आए भूकंप ने भीषण तबाही मचा दी। 6.4 तीव्रता वाले भूकंप के कारण कई इमारते ढह गई। भूकंप के बाद 128 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है। मलबे में दबने के कारण कई लोग घायल हुए हैं। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। रुकुम पश्चिम में 36 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि जाजरकोट में 92 लोगों की मौत हुई है।
अधिकारियों के मुताबिक मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। नेपाल में आए भूकंप का असर दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत में देखा गया। बिहार के पटना और मध्य प्रदेश के कई शहरों में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। हालांकि भारत में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है।
बता दें कि इस हिमालयी देश में भूकंप का रिकॉर्ड देखने पर पता चलता है कि पिछले 800 सालों से यहां बार-बार धरती हिलती रही है। भूकंप के रिकॉर्ड को रखने की शुरुआत 800 साल से ही हो रही है। ऐसे में सबसे पहला भूकंप के बारे में साल 1255 में पता चलता है, जब 2200 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद सन 1260 में आए भूकंप में 100 लोगों की मौत हुई। साल 1312 में आए भूकंप में तो खुद राजा अभय मल्ला की मौत हो गई थी।
- आइए जानते हैं कब-कब नेपाल में आया भूकंप
15 जनवरी, 1934- नेपाल के इतिहास में इस दिन आए भूकंप को सबसे खतरनाक भूकंप के तौर पर याद रखा जाता है. इसे बिहार-नेपाल भूकंप के तौर पर जाना जाता है। भूकंप के झटकों की वजह से भारत और नेपाल में 16000 लोगों की मौत हुई।रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 8.0 मापी गई थी। - 29 जुलाई, 1980-लगभग पांच दशक बाद नेपाल में धरती एक बार फिर कांपी. इस बार आए भूकंप को नेपाल-भारत सीमा भूकंप के तौर पर जाना गया। रिक्टर स्केल पर 6.5 की तीव्रता वाले भूकंप की वजह से 200 लोगों की जान गई, जबकि 5000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
- 20 अगस्त, 1988- नेपाल-भारत का सीमा वाले इलाके में 1988 में भूकंप आया, जिसमें एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। दिल्ली से लेकर बांग्लादेश तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। 1934 के बाद ये नेपाल में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप था।
- 25 अप्रैल, 2015- नेपाल में अगला बड़ा भूकंप 2015 में आया, जब करीब 9 हजार लोगों की मौत हो गई। इस भूकंप की वजह से नेपाल की अर्थव्यवस्था को 6 अरब डॉलर का नुकसान हुआ. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि राजधानी काठमांडू से लेकर देश के प्रमुख शहरों तक में इमारतें जमींदोज हो गईं।