BILASPUR. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो गई है। बिलासपुर विधानसभा के अंतर्गत आने वाले सभी 6 विधानसभा सीटों के लिए नामांकन पर्चा लेने प्रत्याशी व उनके समर्थक लेने पहुंच रहे है। ऐसे में सेठ तो गयो कहने वाले नेता अरूण तिवारी भी नामांकन फार्म लेने पहुंचे।
बता दें, अरूण तिवारी कांग्रेस के नेता है। इन्होंने ही छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 में अमर अग्रवाल के लिए सेठ तो गयो का नारा तैयार किया। जो जनता के बीच काफी प्रचलित भी हुआ। जिसके बाद चुनाव परिणाम में भी सेठ तो गयो का असर दिखा। फिलहाल उन्होंने बेलतरा व बिलासपुर दोनों ही जगहों के लिए नामांकन पर्चा लिया है।
सेठ तो गयो अब मिठलबरा भी जाएगा
नामांकन फार्म लेने के बाद अरूण तिवारी बाहर निकले उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सेठ तो गयो अब मिठलबरा भी जाएगा। उन्होंने कहा कि पांच साल में किसी तरह का बदलाव शहर में कांग्रेस विधायक के द्वारा नहीं की गई है। ऐसे में बिलासपुर को दमदार विधायक की जरूरत है।
कौन है अरूण तिवारी
अरूण तिवारी 10 साल पूर्व जिला कांग्रेस कमेटी के ग्रामीण अध्यक्ष के तौर पर कार्य कर रहे थे। पूर्व में सीपत विधायक रहे है। पार्टी में अंदरूनी कलह के वजह से अचानक पद से इस्तीफा दे दिया। अरूण तिवारी की ग्रामीण क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। वे अपनी बातों को खुल कर कहने वालों में से है।
कांग्रेस ने नहीं किया है निष्कासित
अरूण तिवारी ने कहा कि मैं मुखर हूं, अन्याय के खिलाफ आवाज उठाता हूं। मुझे तो समझ नहीं आता कि मैं अभी कांग्रेस का सदस्य हूं कि नहीं, क्योंकि मुझे कांग्रेस के कार्यक्रमों में शामिल नहीं किया जाता है। मुझे निष्कासन पत्र भी नहीं दिया है।