RAIPUR. छत्तीसगढ़ के साथ -साथ देशभर में मानसून का इंतजार सभी को रहता हैं, जो न सिर्फ लोगों को गर्मी से राहत देता हैं, बल्कि यहां कृषि व्यवस्था को सम्पन्न करने या बनाये रखने में सबसे बड़ी भूमिका अदा करता हैं।
किसानों को खेती की तैयारी से लेकर फसल की बुआई तक के लिए मानसून की बारिश का इंतजार रहता हैं। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अगस्त 2023 के महीने में अब तक सबसे कम बारिश दर्ज किया गया हैं।
अल नीनो के प्रभाव के चलते देश के कई राज्यों में बारिश प्रभावित हुई। बीते कुछ दिनों से हुई बारिश की बात करें तो इस महीने पूरे देशभर में 36% कम बारिश हुई हैं, जो इस साल का सबसे सूखा महीना माना जा रहा हैं।
बदलते मौसम से किसानों को फायदा या नुकसान ?
मौसम विभाग के एच. पी. चंद्रा की मानें तो किसानों को नुकसान हो सकता था लेकिन अभी जो बारिश हुई उससे किसानों को थोड़ी राहत मिली है। इससे उनकी फसल सूखने से बच तो गई लेकिन उन फसलों की पैदावार में कमी होने की सम्भावना है।
इसी संबंध में जानकारी देते हुए कृषि विस्तार अधिकारी काशी नाथ उपाध्याय (कृषि विभाग) ने बताया कि, इस अगस्त महीने की कम बारिश से किसानों को बड़ा नुक्सान झेलना पड़ सकता हैं साथ ही फसल के उत्पादन में प्रभाव देखने को मिल सकता हैं।
किसानो को निश्चित ही इससे आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। कृषि विभाग की माने तो यदि अगले कुछ दिनों में बारिश नहीं हुई तो किसानों को बड़ा नुकसान हो सकता हैं और जिससे उनपर महंगाई का खतरा मंडरा रहा है।