NEW DELHI/RAIPUR. छत्तीसगढ़ कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रवि सिन्हा को नया रॉ चीफ नियुक्त किया गया है। आज यानी सोमवार को केंद्रीय कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने दो साल के कार्यकाल के लिए भारत की बाहरी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के प्रमुख के रूप में नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है। वे 1988 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। बताया गया कि दुर्ग में प्रशिक्षु आईपीएस थे, धमधा में थाना प्रभारी रहे और राजनादगांव में एसपी भी रहे हैं।
समिति ने इंडियन पुलिस सर्विसेज के अधिकारी रवि सिन्हा को अगल रॉ चीफ नियुक्त किया है। रिसर्च ऐंड अनैलिसिस विंग (रॉ) देश की सबसे महत्वपूर्ण खुफिया एजेंसी है, जिसके नाम से पाकिस्तान घबराता रहता है। 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी सिन्हा को अब इसकी बागडोर थमाई गई है। सिन्हा छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। इस समय वह रॉ में ही स्पेशल सेक्रटरी के पद पर कार्य कर रहे थे। अब वह सामंत गोयल की जगह लेंगे। गोयल को 2019 में दो साल के लिए रॉ चीफ नियुक्त किया गया था। हालांकि उन्हें फिर दो साल का विस्तार दे दिया गया। 30 जून को उनका यह भी कार्यकाल खत्म हो रहा है।
गौरतलब है कि कल (18 जून) को भी प्रदेश कैडर के दो आईपीएस नेहा चम्पावत और अभिषक पाठक को केंद्र सरकार की तरफ से महत्वपूर्ण विभाग सौंपे गए थे। नेहा चम्पावत को एनसीआरबी यानी नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो में आईजी जबकि अभिषेक पाठक को बीएसएफ का आईजी नियुक्त किया गया था। नेहा चम्पावत इससे पहले गृह विभाग की पहली महिला स्पेशल सेक्रेटरी थी। दोनों ही अधिकारी 2004 बैच के भापुसे अफसर है।
केंद्र ने छत्तीसगढ़ के चार आईपीएस अफसरों को किया इंपैनल
केंद्र सरकार की नियुक्ति समिति ने छत्तीसगढ़ के चार आईपीएस अधिकारियों को आईजी और उसके समकक्ष पद के लिए इंपैनल किया था। इनमें 2004 बैच के चार आईपीएस हैं। कैबिनेट की अपॉइंटमेंट कमेटी ने देशभर के 41 आईपीएस अधिकारियों का इंपैनलमेंट किया है। इनमें छत्तीसगढ़ से अभिषेक पाठक, संजीव शुक्ला, नेहा चंपावत और अजय यादव शामिल हैं। पाठक पहले ही सेंट्रल डेपुटेशन पर थे। शुक्ला पीएचक्यू में आईजी सीआईडी हैं और चिटफंड अपराध की जांच और हितग्राहियों को रुपए लौटाने वाली सरकार के अभियान के नोडल अधिकारी हैं। अजय यादव सबसे पॉवरफुल आईजी इंटेलिजेंस की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।