RAIPUR. छत्तीसगढ़ समेत देशभर में नौकरी के नाम पर झांसा देने का मामला रोजाना आ रहा है। ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ में भी सामने आया है। दरअसल, वन विभाग में अभी वनरक्षक की भर्ती की प्रक्रिया चल रही है, जिससे ठग भी सक्रिय हो गए हैं। वन विभाग में 5 लाख रुपए लेकर नौकरी दिलवाने का झांसा देकर लोगों से वसूली का पर्दाफाश हुआ है। इस मामले में उम्मीदवार से रायपुर की एक प्लेसमेंट एजेंसी की संचालिका से बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें वनरक्षक के पद के लिए सौदेबाजी चल रही थी। इस ऑडियो को वनमंत्री मोहम्मद अकबर ने सुनने के बाद तत्काल संबंधित एजेंसी और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। रायपुर में वन अफसर की रिपोर्ट पर छानबीन करते हुए पुलिस ने प्लेसमेंट एजेंसी की संचालिका श्वेता देवांगन (24) को गिरफ्तार किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बलौदाबाजार की श्वेता रायपुर में अमलीडीह में रहती हैं। उसने एचआर का कोर्स पूरा करने के बाद पिछले साल तेलीबांधा के शुभम कांप्लेक्स में मंगलम सर्विस के नाम से प्लेसमेंट एजेंसी शुरू की। इस एजेंसी के जरिए उसने कई लोगों को निजी कंपनियां, बैंक और अन्य संस्थाओं में नौकरी पर लगाया और कमीशन भी लिया। इस बीच, प्राइवेट नौकरी दिलवाने के बाद श्वेता सरकारी नौकरी का झांसा देने लगी। पुलिस के अनुसार श्वेता से 17 लोगों ने संपर्क किया है। अब तक तीन मामले अआए हैं, जिनमें सभी से एडवांस के तौर पर डेढ़-डेढ़ लाख रुपए लिया जा चुका है। हालांकि पुलिस अभी जांच कर रही, जिसके बाद पुरा खुलासा होगा।
ऐसे समझें पूरा खेल
वनरक्षक की नौकरी के लिए इसी वजह से एक एजेंट जरिए रायपुर का बंजारे नाम का युवक श्वेता के पास पहुंच गया। बंजारे ने श्वेता ने बात की तो उसने दावा किया कि वन विभाग में गारंटी के साथ नौकरी लगवा देगी। सभी परीक्षाएं भी पास करवाएगी, लेकिन इसके लिए कथित तौर पर 5 लाख रुपए लगेंगे। इसमें से डेढ़ लाख रुपए एडवांस देना होगा। इस आधार पर बंजारे ने उसे डेढ़ लाख रुपए दे दिए। इसके बाद दो और लोगों ने उससे संपर्क किया। तीनों से श्वेता ने पैसा ले लिया। इसी दौरान उसकी कुछ लोगों से फोन पर बातचीत हुई और उसका ऑडियो बना लिया गया।