RAIPUR. छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय ईडी की कार्रवाई लगातार चल रही है। इसी क्रम में शराब घोटाले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आज रायपुर के कारोबारी अनवर ढेबर को गिरफ्तार कर लिया है। मार्च के महीने में ढेबर घर और दफ्तर पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छापेमारी की थी। इसके बाद से लगातार पूछताछ और जांच इस मामले में की जा रही थी। बीती रात रायपुर के एक होटल में ईडी की टीम ने दबिश दी थी। वहीं पूछताछ के लिए ढेबर को बुलाया गया था। इसके बाद कुछ पुख्ता सबूत हाथ लगने पर ईडी ने ढेबर को हिरासत में ले लिया। बता दें कि अनबर ढेबर रायपुर महापौर एजाज ढेबर के बड़े भाई हैं।
जानकारी के अनुसार आज कारोबारी अनवर ढेबर को रायपुर की अदालत में पेश किया गया है। इस दौरान ईडी ने जज अजय सिंह की अदालत में ढेबर को पेशकर रिमांड की मांग की है। फिलहाल सुनवाई जारी है। बताया गया कि आबकारी विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर शहर के कुछ कारोबारी ने शराब से अवैध कमाई की और मनी लॉन्ड्रिंग की। इसी मामले की जांच चल रही है। ये प्रकरण पिछले साल सामने आए कोल मामले से अलग है। इसी पर ईडी लगातार कार्रवाई कर रही है।
गौरतलब है कि ईडी ने प्रदेश में छापेमार कार्रवाई को एक आईएएस समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया था. सभी जेल में हैं. किसी को भी जमानत नहीं मिली है। ईडी के अफसरों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में ट्रांसपोर्ट किए जाने वाले हर टन कोयले पर 25 रुपए की अवैध वसूली की गई थी. इसमें राजनेता, सरकारी अफसर और व्यापारी शामिल है।
अब तक 4 करोड़ से ज्यादा कैश व दस्तावेज भी जब्त
जानकारी के अनुसार 2021 में 554 करोड़ रुपए की अवैध वसूली की गई थी। अक्टूबर 2022 में भी ED ने इस घोटाले के सिलसिले में 40 ठिकानों पर छापा मारा था। इस दौरान 4 करोड़ कैश, करोड़ों की संपत्ति और दस्तावेज बरामद किए गए थे। जानकारी यह भी निकल कर आ रही है कि ईडी अब तक जिनके घर भी दबिश दे रही है. उनके लिंक सौम्या चौरसिया से थे। कुछ महत्वपूर्ण इनपुट भी ईडी के अफसरों जांच के दौरान मिला है. उसी आधार पर एक के बाद एक छापेमार कार्रवाई की जा रही है।