NEW DELHI. एशिया का सबसे लंबा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर देश में बन रहा है। यह कई मायनों में अनोखा और खास होने जा रहा है कि क्योंकि इस एक्सप्रेस-वे पर आपको जंगल सफारी का मजा भी मिलेगा। यह जंगल के बीच से गुजरेगा, लेकिन जंगली जानवरों को कोई परेशानी नहीं हो, इसलिए इस एक्सप्रेस-वे को खंभों के ऊपर बनाया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि दिल्ली से हरिद्वार की दूरी इसके जरिये महज 90 मिनट तय हो जाएगी। दिल्ली से हरिद्वार की दूरी करीब दो घंटे में पूरी हो जाएगी। इस 212 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे की लागत करीब 12 हजार करोड़ रुपए है। इस बेहतरीन कॉरिडोर को बनाने का सुझाव एनएचएआई वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने दिया था।
यह कॉरिडोर दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे पर बन रहा है, जिसके ऊपर से वाहन गुजरेंगे और नीचे हाथी और अन्य जानवर निकलेंगे। इसमें 200 मीटर लंबे दो एलीफैन्ट अंडरपास बन रहे है। इनके नीचे से हाथी भी आराम से गुजर सकेंगे। वहीं, जानवरों के गुजरने के लिए 6 अंडरपास बनाए जा रहे हैं।
12 हजार करोड़ रुपए की लागत से बन रहे 212 किमी 6-लेन दिल्ली – देहरादून ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेस-वे का आज केंद्रीय राज्यमंत्री श्री @Gen_VKSingh जी, सांसद श्री @dr_satyapal जी, सांसद श्री @ManojTiwariMP जी, उत्तर प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री श्री @JitinPrasada जी और… pic.twitter.com/u2mMIxjXCh
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) April 6, 2023
नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अधिकारियों के अनुसार, यह एक्सप्रेस-वे राजाजी नेशनल पार्क के सटा हुआ है। 12 किमी लंबे इस कॉरिडोर पर कुल 571 सिंगल पिलर बनने हैं। इसमें से करीब 450 का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
हर पिलर के बीच की दूरी 21 मीटर है, जिस पर 25 मीटर चौड़ा 6 लेन का हाईवे बन रहा है। जंगल में कम से कम कंक्रीट का इस्तेमाल करने के लिए कॉरिडोर को सिंगल पिलर पर बनाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि मोहंड से शुरू होकर दातकाली मंदिर तक यह कॉरिडोर बनेगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे का निर्माण दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे का 60-70 फीसदी निर्माण पूरा हो चुका है। बीते शुक्रवार को गडकरी ने इस छह लेन के ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का हवाई सर्वेक्षण किया था।