RAIPUR. पहले के समय में लोग खेलते-कूदते और चलते कितनी भी तेजी से गिर जाएं, लेकिन हड्डियां कम ही टूटती थीं। मगर, आजकल लोग जरा सा ऊंचाई से गिरते हैं, तो हड्डियां टूट जाती हैं। इसकी वजह है ऑस्टियोपोरोसिस यानी हड्डियों का खोखला हो जाना। यह विकार कई लोगों को चपेट में ले रहा है, जिसका कारण आधुनिक लाइफ स्टाइल और बिगड़ी हुई आदते हैं।
प्रोटीन और कैल्शियम की चीजों को नहीं खाने और सिगरेट के सेवन से इस बीमारी के होने का खतरा बढ़ जाता है। मगर, यदि आप चाहें तो अपनी हड्डियों को मजबूत बना सकते हैं। इसके लिए आपको रागी का आटा खाने में रोज शामिल करना होगा। दरअसल, रागी हड्डियों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।
फिटनेस के दीवाने रागी के आटे का उपयोग करते हैं। इसमें प्रोटीन, डायटरी फाइबर, विटामिन, कैल्शियम और कई जरूरी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। रागी हेल्दी कार्ब्स से भी भरा होता है और पाचन को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके अलावा यह आपके पेट को लंबे समय तक भरा रखता है। इसके और भी कई फायदे हैं।
जबरदस्त कैलशियम होता है रागी में
रागी कैल्शियम के सबसे बेहतरीन स्रोतों में से एक है। इसके 100 ग्राम आटे में में करीब 345 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। अगर आप कैल्शियम का सेवन बढ़ाना चाहते हैं तो ध्यान रखें हफ्ते में कम से कम 4 बार किसी न किसी रूप में रागी का सेवन करते हैं।
यह बच्चों में हड्डियों के विकास में मदद करता है, हड्डियों को हेल्दी बनाए रखता है और वयस्कों में हड्डियों के क्षरण को रोकता है। रागी में फाइबर का हाई लेवल पाचन की गति को धीमा कर देता है जिससे ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही मैग्नीशियम से भरपूर होने की वजह से इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करता है। लिहाजा, डायबिटीज के रोगियों के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होता है।
रागी के अन्य फायदे
रागी प्राकृतिक आयरन का बहुत अच्छा स्रोत है। रागी बेस्ड फूड्स हाई कैल्शियम और आयरन सामग्री के कारण गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं और बुजुर्गों के लिए भी अनुकूल है। रागी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो आपके शरीर को फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है। साथ ही यह कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम करने में मदद करते है। इसमें पाया जाने वाला फाइबर कब्ज से राहत देता है।