KORBA. प्रदेश के कोरबा जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जिले के कुसमुंडा में संचलित SECL की कुसमुंडा खदान का काम गुरुवार को ठप पड़ा हुआ है। दरअसल यहां ठेका कर्मचारी अपनी मांग को लेकर कामबंद हड़ताल पर बैठ गए हैं। इसके साथ ही इन्होंने किसी के अंदर जाने पर भी रोक लगा दी है। बता दें कि यह एशिया की बड़ी खदानों में से एक है।
मिली जानकारी के अनुसार एसईसीएल की कुसमुंडा खदान में विभिन्न ठेका कंपनियों द्वारा कोयला, मिट्टी आदि की निकासी के अलावा भी डंपर ऑपरेटिंग आदि के काम को कर्मियों की मदद से कराए जाते हैं। बताया जा रहा है कि इन ठेकाकर्मियों ने अपना एक संघ बना लिया है, जिसके माध्यम से वे अपनी मांगे रख रहे हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि बीते कुछ समय से इनको ठेका कंपनियों द्वारा समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा भी इनकी कई अलग मांगे भी है, जिस पर न तो ठेका कंपनी ध्यान दे रही है न ही प्रबंधन ध्यान दे रहा है। वहीं इन्होंने इसका विरोध जताते हुए न केवल कामबंद हड़ताल का निर्णय लिया, बल्कि पूरा काम ही रोक दिया। इस घटना को इन्होने गुरुवार को अंजाम दिया है।
अनिश्चितकालीन हड़ताल का किया ऐलान
कुसमुंडा खदान में नियोजित ठेकेदारों द्वारा ठेका श्रमिकों के वेतन भुगतान में विसंगति बढ़ती जा रही है, जिसे लेकर छत्तीसगढ़ संविदा एवं ग्रामीण मजदूर संघ कांग्रेस इंटक ने मोर्चा खोल दिया है।
वहीं इसके खिलाफ कुसमुंडा खदान में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि इसका साफ़ असर खदान के कामकाज को प्रभावित कर रहा है। वहीं श्रमिकों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाएगी तब तक उनका अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा।