New Delhi. देश और दुनिया में पिछले साल से छंटनी का दौर चल रहा था। कई लोगों को इसकी वजह से अपनी नौकरी जाने का डर पैदा हो गया था, लेकिन अब यह दौर भी खत्म होने वाला है। देश में नौकरियों की पेशकश करने वाली ऑनलाइन वेबसाइट Naukri.com ने इस बारे में एक सर्वे किया है, जो लोगों को बड़ी राहत देने वाला है।

इसमें कहा गया है कि अब छंटनी का दौर खत्म होने जा रहा है। साथ ही इस साल लोगों को करीब 20 फीसदी तक की हाइक मिल सकती है। वहीं, जो लोग इस साल अपना करियर शुरू कर रहे हैं, उन पर इसका प्रभाव कम रहेगा। 2023 के पहले चरण में प्रतिबंधों में ढील मिलने की उम्मीद है। जानिए क्या है खास जानकारी।

वेतन में 20 फीसदी की बढ़ोतरी होगी
Naukri.com की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, आईटी सेक्टर में काम करने वाले सीनियर प्रोफेशनल्स पर पाबंदियों का सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। सर्वे के मुताबिक, इस साल भारतीय कर्मचारियों के वेतन में 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी होगी।
जॉब पोर्टल्स द्वारा 1,400 नियोक्ताओं और सलाहकारों के एक सर्वेक्षण में, केवल 4 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने छंटनी की भविष्यवाणी की। उनके संगठनों में मुख्य भर्ती प्रभावित नहीं हुई थी। सर्वे में कहा गया है कि कटौती से सबसे ज्यादा प्रभावित आईटी सेक्टर के कर्मचारी होंगे।

वहीं, इन 10 क्षेत्रों में थोड़ा असर देखने को मिलेगा। यह व्यवसाय विकास, विपणन, मानव संसाधन और भर्ती परिचालन मोर्चों पर प्रभाव डालेगा। जबकि 20 फीसदी रिक्रूटर्स को लगता है कि सीनियर्स में ज्यादा छंटनी की उम्मीद है।
बड़े पदों पर काम करने वाले 15 फीसदी कर्मचारियों को होगी छंटनी
सर्वे के मुताबिक, नौकरी में छंटनी का फ्रेशर्स पर सबसे कम असर पड़ेगा। सर्वेक्षण में कहा गया है कि आईटी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों की सबसे बड़ी संख्या के साथ पहली छमाही में लगभग आधे कार्यबल 15 प्रतिशत से अधिक की छंटनी से प्रभावित होंगे। ये बड़े पदों पर कार्यरत कर्मचारी हो सकते हैं।

उसे मुआवजे के साथ नौकरी मिलती है
सर्वे में कहा गया है कि वैश्विक श्रम बाजार में कई तरह की असुरक्षा है। उसके बाद भी 92 फीसदी कर्मचारियों को नए साल की पहली छमाही में नई नौकरी की काफी उम्मीदें हैं। सर्वेक्षण में शामिल लोगों में से लगभग आधे लोग नई और प्रतिस्थापन भर्ती की उम्मीद करते हैं। इसमें 29 फीसदी केवल नई नौकरियों के सृजन की उम्मीद करते हैं।















































