INDORE. विद्या और संगीत की देवी मां सरस्वती को बसंत पंचमी का दिन समर्पित होता है। यह पूरा दिन बहुत खास होता है। इस दिन कोई भी शुभ काम बिना मुहूर्त देखे किसी भी समय किए जा सकते हैं। पठन-पाठन ही नहीं, मुंडन संस्कार से लेकर विवाह तक और गृह प्रवेश से लेकर नए व्यवसाय को खोलने तक कोई भी काम इस शुभ दिन से शुरू किए जा सकते हैं। इस साल बसंत पंचमी का पर्व 26 जनवरी को मनाया जाएगा।
इंदौर के ज्योतिषाचार्य पंडित गिरीश व्यास ने बताया कि धार्मिक मान्यता के अनुसार, कुछ चीजों को घर में लाना बहुत शुभ माना जाता है। मंदिरों और स्कूलों में मां सरस्वती की पूजा और हवन होते हैं। वह व्यक्ति को शिक्षा का उपहार देकर जीवन में सफलता के द्वार खोल देती हैं।
पंडित गिरीश बताते हैं कि यदि घर में पढ़ने वाले या संगीत सीख रहे लोग हैं, तो बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की मूर्ति लाना श्रेष्ठ होता है। सरस्वती मां की कोई भी तस्वीर या मूर्ति, उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में रखी जाती सकती है। ऐसा कहा जाता है कि इससे घर में बच्चों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और पढ़ने-लिखने में वृद्धि होती है।
बसंत पंचमी पर घर क्या लेकर जाएं
मान्यता के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन स्नान करके पीले वस्त्र धारण किए जाते हैं। उसके बाद दिन की शुरुआत देवी सरस्वती की पूजा से होती है। मां सरस्वती को भोग लगाया जाता है, पीले फूल चढ़ाए जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इससे ज्ञान में वृद्धि होती है और शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलती है। निम्नलिखित उन चीजों की सूची है जिन्हें बसंत पंचमी पर खरीदना उचित माना जाता है।
संगीत के साजो सामान
मां सरस्वती की प्रतिमा में उनके हाथों में वीणा देखी जा सकती है। देवी सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए कोई वाद्य यंत्र घर लाया जा सकता है। यदि आप या परिवार का कोई सदस्य कोई वाद्य यंत्र बजाता है, तो आज का दिन नया वाद्य यंत्र खरीदने के लिए अनुकूल है। यदि पहले से वाद्य यंत्र हैं, तो उनका पूजन भी करना चाहिए।
शादी की सामग्री
मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन ही भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की रस्में शुरू हुई थीं। यह इस दिन को विवाह संबंधी सामग्री खरीदने के लिए भी खास बनाता है। इस दिन शादी के जेवर, साज-सज्जा, कपड़े आदि की खरीदारी की जा सकती है। ऐसा करने से घर में संपन्नता बनी रहती है।