LONDON. कहते हैं पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। ताजा माामला ब्रिटेन से सामने आया है। यहां पोर्टिशेड का रहने वाला 4 साल का टेडी हॉब्स सात भाषाओं में पढ़ और गिन सकता है। इसकी वजह से उसे मेन्सा का मेंबर बना दिया गया है। यह दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे पुराना हाई-आईक्यू समाज है।
इसमें आईक्यू टेस्ट यानी बुद्धि परीक्षण पर 98 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले लोगों को शामिल किया जाता है। टेडी ने बिना माता-पिता की मदद के महज दो साल की उम्र में अपने आप सीखना शुरू कर दिया था।
मां बेथ हॉब्स ने कहा कि टेडी जब सिर्फ 26 महीने का था, तब से वह बच्चों के शो और अक्षरों की आवाज की नकल करके विदेशी भाषाएं सीखनी शुरू कर दी थीं। वह खुद ही यह भी सीख रहा था कि चीन की मंदारिन भाषा में 100 तक कैसे गिनें।
टेबलेट पर खेलते-खेलते सीखी भाषाएं
बेथ ने कहा वह अपने टेबलेट पर खेल रहा था। ऐसी आवाजें निकाल रहा था, जिन्हें मैं अभी पहचान नहीं पाई। मैंने उससे पूछा कि यह क्या था? इस पर टेडी ने कहा मम्मी, मैं मंदारिन में गिन रहा हूं। वह वेल्श, फ्रेंच, स्पेनिश और जर्मन सहित अन्य गैर-देशी भाषाओं में भी 100 तक गिन सकता हैं।
बेथ हॉब्स ने बताया कि उनके बेटे को पढ़ने में और किताबों में दिलचस्पी रही है। इसलिए हमने तय किया कि उसके पास बहुत सी किताबें हों। लॉकडाउन के दौरान उसनी रुचि बढ़ गई और इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
जब टेडी करीब साढ़े तीन साल का था, तो हम उनकी प्रतिभा से हैरान थे और भ्रमित भी थे। हमें लगा कि कहीं कोई गड़बड़ तो नहीं हैं। लिहाजा, हम उसे डॉक्टर के पास जांच कराने के लिए ले गए। उन्हें टेडी का मूल्यांकन करने के लिए करीब एक घंटा लगा।