BHILAI. कुम्हारी में पिछले दिनों एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या से इलाके में सनसनी फ़ैल गई थी। पुलिस ने आज इस हत्याकांड की गुत्थी को सुलझा लिया है। इस घटना में छोटा भाई दो लोगों के साथ मिलकर बड़े भाई, भाभी, भतीजा और भतीजी का हत्यारा निकला। उसने पहले खेत में अपने बड़े भाई पर जानलेवा हमला किया। बीच-बचाव करने आई भाभी को भी कुल्हाड़ी से वार किया और मौत के घाट उतार दिया। बड़ी बेरहमी से बच्चों को भी मार डाला। हत्या की पूरी कहानी जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे।
मामला दुर्ग जिले की कुम्हारी थाना क्षेत्र के ग्राम कपसदा अंतर्गत का है। यहां बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात एक ही परिवार के चार लोगों की निर्ममता से हत्या कर दी गई थी। इसमें ओडिशा के बलांगीर से आकर 12 वर्षों से यहां रहने वाला भोलानाथ, उसकी पत्नी नैला यादव व दो बच्चे मुक्ता और प्रमोद की लाश गुरुवार सुबह उनके घर के समीप मिली थी। इस हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने आखिरकार सुलझा लिया है और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक के छोटे भाई ने ही अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर इतनी निर्ममता से बड़े भाई सहित उसके परिवार को मौत के घाट उतरा है।
ऐसे चढ़े पुलिस हत्थे
आरोपी आकाश मांझी व टीकम दास घटना के बाद से तुरंत ओडिशा भाग गए थे, जिन्हें पुलिस टीम द्वारा भवानीपट्टनम (ओडिशा) में घेराबंदी कर पकड़ा गया। और आरोपियों से अलग-अलग सख्ती बरती गई और कड़ाई से पूछताछ करने पर तीनों ने मिलकर हत्या की बात स्वीकारी। जिससे अरोपियों की निशानदेही पर खून से सने कपड़े और नकदी को जब्त किया गया।
यह था हत्या का कारण
ओडिशा के बलांगीर से आकर भोलानाथ यादव अपने परिवार के साथ पिछले 12 वर्षों से कपसदा गांव में रहता था। मृतक के छोटे भाई किस्मत यादव ने बताया कि उसका बड़ा भाई भोलानाथ घर परिवार पर ज्यादा ध्यान नहीं देता था। और सिर्फ अपने मन से सब कुछ करता था, अभी हाल ही में उसने नया ट्रेक्टर ख़रीदा और भाठागांव-कपसदा में कुछ डिसमिल जमीन भी खरीदी थी। वह दिन भर अपने पूर्व मित्र आकाश मांझी के साथ शराब पीता था और उसी के माध्यम से मिलकर ओडिशा से मोहनी दवा मंगाकर स्त्रियों को खिलाकर उनके साथ अय्याशी करता था। इसी दौरान करीब चार महीने पहले आकाश और भोलानाथ के बीच एक ही स्त्री के साथ मोहनी दवा का प्रयोग कर उसके साथ अय्याशी करने को लेकर विवाद हो गया था।
किस्मत यादव और आकाश के मन में भोलानाथ यादव के लिए मन में गुस्सा बढ़ चुका था। इसी वजह से आकाश और किस्मत मित्र बन गए और साथ में शराब पीने लगे थे। इसी बीच शराब का सेवन करने के दौरान आकाश ने किस्मत को मोहिनी दवा के बारे में बताया। जब किस्मत को विश्वास नहीं हुआ, तब आकाश ने कहा कि तुम्हारे भाई ने भी इसका इस्तेमाल किया है। साथ ही आकाश ने यह भी बताया कि उसे यह दवा ओडिशा से मंगवानी पड़ती है, इसके लिए 15 हजार रुपए लगते हैं। इसी बात को लेकर किस्मत जब अपने भाई के पास पैसे मांगने गया तो उसके भाई ने उसे गाली-गलौज करके भगा दिया। इसके बाद मृतक के भाई किस्मत, उसका मित्र आकाश और टीकम दास घृतलहरे ने मिलकर पहले तो बुधवार रात शराब का सेवन किया। फिर मृतक भोलानाथ यादव से बदला लेने की योजना बनाकर रात में ही उसके घर पहुंचे और उससे 15 हजार रुपए की मांग करने लगे।
इसके बाद भोलानाथ ने उनके साथ गाली-गलौज कर पैसे देने से मना कर दिया। तब वहीं बगल में खेत में पड़े कुल्हाड़ी से किस्मत यादव ने भोलेनाथ यादव की निर्ममता से हत्या कर दी। जब चीख-पुकार सुनकर मृतक की पत्नी बाहर आई तो यह सब देखकर वह घर के अंदर भागने लगी और दरवाजा बंद करने का प्रयास करने लगी। पर किस्मत यादव ने पीछे से मृतक की पत्नी पर हमला कर दिया। इतने में घर में सो रहे दोनों बच्चे उठकर रसोईघर की तरफ भागने लगे। वह किसी को कुछ बता न दें इस वजह से उन दोनों बच्चों की कुल्हाड़ी से मारकर हत्या कर दी गई।
पैसे भी लूट लिए
भोलानाथ के छोटे भाई किस्मत यादव को पता था कि उसका भाई घर में कहां पैसा रखता था। पूरे परिवार की हत्या करने के बाद किस्मत यादव ने घर में रखे अलमारी के अंदर पड़े सात लाख, 92 हजार रुपए और सोने-चांदी के जेवर निकालकर फरार हो गए।