BILASPUR. मेडिकल कंपनी के कर्मचारी ने कंपनी को करोड़ों का चूना लगाया। कर्मचारी ने ऐसी चालबाजी की कि कंपनी भी हैरान है। जब कर्मचारी से रिकवरी नहीं हुई तो इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है। मामला बिलासपुर (Bilaspur) के सरकंडा थाने का है। शिकायत के बाद पुलिस ने मामले में कर्मचारी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार बिलासपुर (Bilaspur) के राजकिशोर नगर स्थित अमोल विला कॉलोनी के पास मेडस्मार्ट लाजिस्टिक कंपनी का कार्यालय है। कंपनी का मुख्यालय तो चेन्नई में है। देवरीखुर्द नवाअंजोर गली में रहने वाले लोकेश्वर सिंह यहां के प्रभारी हैं। कंपनी का अपोलो अस्पताल और अपोलो फार्मेसी से अनुबंध है। कंपनी यहां सर्जिकल सामग्री की सप्लाई करती है।
बिलासपुर (Bilaspur) कार्यालय के प्रभारी लोकेश्वर सिंह ने यहां बड़ा घोटाला कर दिया। अपोलो के नाम से बिल बनाकर लोकेश्वर ने सामान बाहर मार्केट में बेच दिया। इस तरह लगभग एक करोड़ से भी ज्यादा का गड़बड़ झाला किया। कर्मचारी कंपनी के सारे पैसे अपनी शादी में खर्च किया और प्लॉट व मकान भी खरीदा। कंपनी ने जब ऑडिट कराई तो यह पूरा मामला सामने आया।
रकम जमा कराने दी थी मोहलत
इसके बाद कंपनी ने अपने स्तर पर लोकेश्वर को गबन की गई सारी राशि जमा करने कहा। लोकेश्वर ने पूरी रकम लौटाने का आश्वासन दिया लेकिन बार बार रिमांइडर देने के बाद भी उसने कंपनी को राशि नहीं लौटाई। इसके बाद कंपनी के मैनेजर भुवनेश्वर ओडिशा निवासी जे राजकुमार ने इस मामले में थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के अधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।