TIRANDAJ DESK. भारत सरकार ने प्रमुख रक्षा अध्यक्ष ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के पद पर सेना से सेवानिवृत्त हो चुके अनिल चौहान के नाम की घोषणा की गई। बुधवार को उनका नाम फाइनल किया गया।
बता दे कि इससे पहले इस पद का दायित्व जनरल बिपिन रावत के पास था। वे एक हेलीकॉप्टर क्रैश में बीते दिनों अपनी जान गंवा दिए थे। उनके निधन के बाद से ये पद खाली था। इस पद के लिए 150 लोग कतार में थे। डेढ़ सौ लोगों में से सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को देश के दूसरे CDS के तौर पर मुहर लगाई। वे जल्द ही पदभार ग्रहण करेंगे।
कौन है लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान
उत्तराखंड के गढ़वाल डिविजन अंतर्गत पौड़ी जिले में 18 मई 1961 को जन्मे लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने 1981 में 19 वर्ष की आयु में भारतीय सेना की 11 गोरखा राइफल में भर्ती हुए थे। वे नेशनल डिफेंस एकेडमी खडकवासला और इंडियन मिलिट्री एकेडमी देहरादून (उत्तराखंड) के पूर्व छात्र भी रह चुके हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के अलावा चीन से सटे सैन्य इलाकों में लंबे समय तक कार्य किया है और रक्षा मंत्रालय विभाग के सचिव भी रह चुके है। सेना में 40 साल काम करने के बाद 31 मई 2021 में सेवानिवृत्त हुए। बावजूद उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक मामलों में अपनी सेवाएं देना जारी रखा। 30 सिंतबर से वह बतौर सीडीएस का कार्यभार संभालेंगे।
कई सम्मानों से पुरस्कृत हो चुके है
सेना में उनकी विशिष्ट और शानदार सेवा के लिए लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को परम विशिष्ट सेवा पदक, उत्तम युद्व सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक जैसे अन्य सम्मानों से पुरस्कृत हो चुके है। अब वह रक्षा मंत्रालय के प्रमुख सैन्य सलाहकार के रूप में कार्य करेंगे।
क्या काम होता है CDS का
देश का चीफ ऑफ डिफेंस स्टाप भारतीय सशस्त्र बलों का प्रमुख होता है। CDS सेना के तीनों अंगों के बीच कॉर्डिनेशन को बढ़ाए रखने में अहम भूमिका अदा करता है। बीते 15 अगस्त 2019 को स्वाधीनता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इस पद की घोषणा की गई थी। सेना के सर्विस रूल में बदलाव करके CDS नाम का नया पद सृजित किया गया। इस पद पर सिर्फ सेवानिवृत्त या तीन स्टार स्तर से ऊपर के अधिकारी को ही चुना जाता है।