सीना, डेस्क। भारत में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा थमने के साथ ही एक नए खतरे की आहट शुरू हो गई है। देश में कोरोना से सर्वाधिकि प्रभावित रहने वाले मुंबई में कोरोना के नए वैरिएंट का मामला सामने आया है। यहां कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट के एक्सई (XE) वैरिएंट का पहला मामला मिला है। इसके साथ ही यहां ओमिक्रॉन के कप्पा वैरिएंट का एक मामला भी दर्ज किया गया है। ताजा जानकारी बीएमसी ने दी है।
मुबंई महानगर पालिका ने बताया कि 376 नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई गई थी। इनमें से 228 में ओमिक्रॉन से और एक मरीज ‘एक्सई’ वैरिएंट से संक्रमित मिला है। बीएमसी ने यह भी जानकारी दी है कि जांच में एक मरीज कोरोना वायरस के कप्पा वैरिएंट से भी संक्रमित पाया गया है। इन 376 नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग कस्तूरबा अस्पताल की लैब में की गई थी।
संक्रमित की स्थिति गंभीर नहीं
ओमिक्रान के नए वैरिएंट के मरीज की पुष्टि तो हुई है लेकिन बताया जा रहा है उसकी स्थिति गंभीर नहीं है। बताया जा रहा है कि एक्सई वैरिएंट ओमिक्रॉन के बीए.2 सब वैरिएंट के मुकाबले 10 फीसदी अधिक संक्रामक है। अभी तक कोरोना वायरस के बीए.2 वैरिएंट को सबसे संक्रामक वैरिएंट माना गया है। एक्सई वैरिएंट ओमिक्रॉन के बीए.1 और बीए.2 सब वैरिएंट के म्यूटेशन का परिणाम है।
डब्ल्यूएचओ ने भी चेताया
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी इसे लेकर चेता चुका है। डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट पिछले वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक हो सकते हैं। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में नए XE वैरिएंट को ‘हाइब्रिड वैरिएंट’ के तौर पर सूचित किया गया है। इस वैरिएंट को बड़ी चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पहले डेल्टा और ओमिक्रॉन के संयोजन से तैयार डेल्टाक्रॉन को भी अधिक संक्रामक पाया गया।
जानें कितना खतरनाक है एक्सई
प्रारंभिक शोध में बताया गया है कि XE वैरिएंट अधिक संक्रामक है। लेकिन इसे लेकर
वैज्ञानिकों ने जो बातें बताई हैं वह राहत देने वाली है। वैज्ञानिकों को कहना है कि दो वैरिएंट्स का संयोजन चिंता की बात नहीं है। वैज्ञानिकों ने यह भी बताया है कि किसी भी कोरोना वायरस वैरिएंट्स के साथ दूसरे वैरिएंट के संयोजन से ज्यादा खतरा नहीं है। इस प्रक्रिया में ही वायरस खत्म हो जाते हैं।