जबलपुर। दुनिया युद्ध के मुहाने पर खड़ी है। युद्ध किसी के लिए भी नए जीवन के सपने लेकर नहीं आता, बल्कि स्मृतियों को डरावना बना देती है। ऐसी त्रासदी फिर कभी न आए ऐसा संदेश देने कलाकारों ने कैनवास पर अपनी भावनाएं उकेरीं।
दोपहर से शाम तक चार घंटे मध्य प्रदेश के जबलपुर मालवीय चौक पर चित्रकार विनय अंबर ने एक कैनवास पर “पेंट फॉर पीस” के तहत चित्र में बुद्ध एवं महात्मा गांधी की तस्वीर उकेर कर अहिंसा का संदेश दिया।
इस दौरान शहर के कवि, लेखक, रंगकर्मी, कलाकारों के साथ रचनाकारों ने कहा युद्ध धरती पर कभी भी जीवन के लिए अन्न नहीं उगा सकता, बल्कि वह सांसों के बीज को तबाह जरूर कर सकता है। हम सभी सांस्कृतिक और सृजात्मक लोग रूस द्वारा यूक्रेन के विरुद्ध छेड़े गए युद्ध के विरोध में अपनी असहमति दर्ज कराने प्रतिबद्ध हैं।
युवा कलाकार, चित्रकारों ने युद्ध के खिलाफ कैनवास पर अपनी भावनाएं उकेरकर प्रतिरोध दर्ज कराया, तो वहीं रचनाकारों ने कविता के माध्यम से युद्ध से होने वाली भयावह स्थिति से अवगत कराया। पोस्टर एवं चित्र बनाकर अपना प्रतिरोध दर्ज कराया। इस दौरान सभी ने कहा हम युद्ध के खिलाफ हैं। दुनियां शान्ति के पक्ष में हैं जिसका हम समर्थन करते हैं।
वक्ताओं ने कहा युद्ध से आज तक किसी को लाभ नहीं हुआ। इसका परिणाम दशकों तक तकलीफदेह होती है। यहां तक आने वाली पीढ़ी को भी युद्ध का परिणाम भुगतना होता है। वक्ताओं ने सभी से कहा कि युद्ध के खिलाफ आप आगे आएं। प्रदर्शन स्थल पर उपस्थिति दर्ज कराकर हमारे साथ कदम मिलाएं।
जबलपुर में शुरू युद्ध के विरुद्ध मुहिम में आर्ट फाउण्डेशन से सुप्रिया अंबर, डॉ. भारती शुक्ल, शोभित जैन, दीपा दिवेदी, निशीगंधा, रंगमंडल, आशीष पाठक सहित अन्य बुद्धिजीवियों में राजेन्द्र दानी, राजीव कुमार शुक्ल, अजय यादव सहित विद्यार्थी, आम नागरिक, व्यापारी, कलाकार, साहित्यकार आदि शामिल हैं।
(TNS)