भिलाई। राष्ट्रीय राजमार्ग-53 में ट्रैफिक दबाव लगातार बढ़ते जा रहा था। इसे देखते हुए भिलाई के नेहरू नगर चौक से रायपुर टाटीबंध तक 26.8 किलोमीटर की दूरी में चार फ्लाईओवर निर्माणाधीन है। इसी के तहत पावर हाऊस चौक में निर्माणाधीन ओव्हरब्रिज में गर्डर लॉचिंग के कार्य की पूरी तैयारी कर ली गई है। इसके लिए दो दिन आवागमन बाधित रहेगा।
जानकारी अनुसार इसके लिए यातायात पुलिस ने ओव्हरब्रिज निर्माण एजेंसी के अधिकारियों से चर्चा कर ट्रैफिक डायवर्ट करने की योजना बनाई गई। गर्डर लॉचिंग आराम से हो जाए और इस दौरान आवागमन में किसी को परेशानी न हो इसके लिए रूट डायवर्ट तय किया गया।
उप पुलिस अधीक्षक (यातायात) गुरजीत सिंह एवं (यातायात आकाशगंगा जोन प्रभारी) निरीक्षक विजय ठाकुर व प्रोजेक्ट मैनेजर रॉयल इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड बीएल देवांगन ने स्थल निरीक्षण कर वाहनों के आवागमन के लिए कुछ बिन्दुओं पर निर्णय लिया गया।
निरीक्षक विजय ठाकुर व ट्रैफिक पुलिस के अनुसार 17 फरवरी गुरुवार एवं 18 फरवरी शुक्रवार को पावर हाऊस ओवरब्रिज में नंदनी रोड से सेक्टर की ओर एवं सेक्टर से नंदनी रोड की ओर गर्डर लांचिग के समय आवागमन बंद रहेगा। उन्होंने बताया कि ओवरब्रिज के दोनों ओर हाईट गेज लगाया जाएगा जिस कारण से पावर हाउस ओवरब्रिज से आगामी छह माह तक पांच मीटर से ऊंचे वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा।
निर्णय के अनुसार ट्रैफिक डायवर्ट के तहत नंदनी रोड से सेक्टर की ओर एवं सेक्टर से नंदनी रोड की ओर आने-जाने वाले वाहन के लिए पावर हाऊस अण्डरब्रिज का उपयोग कर सकते हैं। मामले में यातायात पुलिस दुर्ग ने आम नागरिकों से अपील की है कि असुविधा से बचने के लिए पावर हाउस अण्डरब्रिज का उपयोग करें। बता दें कि पावर हाउस में पुराने ब्रिज से 6.5 मीटर ऊंचा नया फ्लाई ओवर बनाया जा रहा है जो प्रदेश का सबसे ऊंचा ओवर ब्रिज है।
बता दें कि रायपुर से भिलाई के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में हैवी के साथ लाइट वाहनों का आवागमन होता है। रायपुर से नेहरू नगर चौक तक 26.8 किलोमीटर की दूरी में चार बड़े चौकों पर हमेंशा जाम लगता था। बमुश्किल आधे घंटे की दूरी तय करने के लिए लोगों को तीन से साढ़े तीन घंटे के जाम से जूझना पड़ता था।
अब रायपुर के टाटीबंध से भिलाई के नेहरू नगर चौक तक 26.8 किलोमीटर की दूरी में चार फ्लाईओवर निर्माणाधीन हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग की पहल पर ट्रैफिक सुचारू करने बेहतर भविष्य की तैयारी है। नेशनल हाईवे में कुम्हारी, डबरापारा, पावर हाउस और सुपेला में चार फ्लाई ओवर बनाए जा रहे हैं। पर ब्रिज निर्माण शुरू होने के बाद से अब तक इस मार्ग पर लगभग 110 लोगों की जान जा चुकी है, वहीं 400 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।
इन स्थितियों को देखते हुए आवश्यक है कि फ्लाईओवर निर्माण की गति बढ़ाई जाए और सर्विस रोड को हमेशा दुरूस्त रखा जाए। पिछली बार पीडब्ल्यूडी सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने सड़क का जायजा लेने के साथ जाम की वजह बने चारों फ्लाईओवरों का काम अगस्त, 2022 तक पूरा करने को कहा है। वहीं कुछ सप्ताह से कुम्हारी फ्लाईओवर का काम तेजी से जारी है। एक ओर का निर्माण लगभग पूरा होने को है। इसलिए छोटे वाहनों के उपयोग के लिए खोल दिया गया है। इससे जाम से लोगों को काफी राहत मिलने लगी है।
(TNS)