भिलाई। स्पर्श मल्टिस्पेशलिटी हॉस्पिटल ने एक बार फिर अपनी श्रेष्ठता साबित की है। कांकेर जिले के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र कोसरांदा में आईईडी ब्लास्ट में गंभीर रूप से घायल हुए जवानों को भिलाई के स्पर्श हॉस्पिटल में नया जीवन मिला है। जब उन्हें स्पर्श में लाया गया था तो उनकी स्थिति काफी गंभीर थी। स्पर्श की मेडिकल टीम ने अलग अलग सर्जरी कर दोनों मरीजों जान बचाई। आज वे पूरी तरह से ठीक हैं।
स्पर्श हॉस्पिटल की ओर से मिली जानकारी के अनुसार 14 जनवरी की रात को 33 बटालियन में पदस्थ एसएसबी जवान योगेन्द्र बालियान (37) एवं के शंकर (34) को हॉस्पिटल लाया गया। उक्त दोनों जवान आईईडी ब्लास्ट में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जवानों को लाए जाने की सूचना पहले से स्पर्श हॉस्पिटल को दे दी गई थी। घायल जवानों को लाने के बाद स्पर्श हॉस्पिटल के न्यूरोसर्जन, प्लास्टिक सर्जन, नेत्र सर्जन, एनेसथेटिस्ट, इंटेसिवविस्ट ने तत्काल मरीज का इलाज शुरू किया।
हॉस्पिटल पहुंचने के बाद मरीजों की अवस्था को पहले स्थिर किया गया। ब्ल्ड प्रेशर, सांस की गति तथा खून के दौरे को नियंत्रित किया गया। जवान के शंकर के सिर में गंभीर चोटें थी। बायीं तरफ सामने की हड्डी तथा बायीं आंख पूरी तरह बाहर निकल आयी थी। तत्काल इनकी सर्जरी का निर्णय लिया गया। न्यूरोसर्जन डॉ. ए त्रिवेदी ने खून के थक्के साफ करने के बाद मरीज को आईसीयू में शिफ्ट किया गया।
इसके दो दिन बाद प्लास्टिक सर्जन डॉ. दीपक कोठारी तथा नेत्र सर्जन डॉ. गुंजन भाटिया द्वारा बायीं आंख का ऑपरेशन किया गया। जिससे इनफेक्शन दांयी आंख में जाने से रोका गया। इस पूरे प्रोसिजर के दौरान एनेसथेटिस्ट डॉ. संजय गोयल की भूमिका रही। उनके अनुभव और लगातार मार्गदर्शन के कारण इलाज लगातार सही दिशा में चलता रहा।
इस ऑपरेशन में डॉ. लिजो डेनियल, डॉ. समीर कठाले एवं डॉ. सुप्रिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस तरह के केस में समय पर त्वरित इलाज मिलना बेहद जरूरी होता है। स्पर्श हॉस्पिटल की टीम ने समय पर सही इलाज मुहैया कराया। जिसके कारण न केवल मरीजों की जान बचाई गई बल्की उनके सारे न्यूरोलॉजिकल फंक्शन को भी बचा पाने में सफल हुए।
एसएसबी ने जताया आभार
स्पर्श हॉस्पिटल में जवानों को मिले बेहतर इलाज के लिए एसएसबी ने प्रबंधन का आभार व्यक्त किया है। एसएसबी के डीआईजी सुधीर कुमार ने कहा है कि दोनों जवान आईईडी ब्लास्ट में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। पहले उन्हें अंतागढ़ सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। वहां से उन्हें स्पर्श हॉस्पिटल भेजा गया। स्पर्श हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने दोनों जवानों का बेहतर इलाज उन्हें नया जीवन दिया है इसके लिए एसएसबी हॉस्पिटल के डॉक्टरों का सदा आभारी रहेगा।