जांजगीर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले में ठगी व जालसाजी का ऐसा मामला सामने आया जिसमें शातिर को जुए की लत ने जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। दरअसल बैंक में नौकरी करने वाला यह शख्स नौकरी से निकाले जाने के बाद एक बुजुर्ग को अपनी ठगी के जाल में फंसाया। 10 माह तक पुलिस इसे छू भी ना सकी लेकिन जुए की लत ने इसे जेल पहुंचा दिया। यही नहीं इसके सभी ठगी के मामले भी सामने आ गए।
मामला 18 मार्च 2021 का है जांजगीर जिले के और ओड़केला निवासी घसिया राठिया ने शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया था कि आईडीएफसी बैंक में उनका खाता है। 3 मार्च को है बैंक में पैसे निकालने गए तो उन्हें पता चला की उनके नाम पर नया एटीएम कार्ड जारी करवाया गया है और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के माध्यम से 6 लाख 80 हजार निकाल लिए गए। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था।
10 माह तक बचता रहा पुलिस से
शातिर युवक ने ठगी का ऐसा जाल बुना के पुलिस उस तक नहीं पहुंच पाई। लगातार आरोपी की तलाश की जाती रही लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। पुलिस को यह जानकारी मिलेगी जो ट्रांजैक्शन हुआ है वह जिले के जैजेपुर क्षेत्र का है। इसके बाद पुलिस आसपास के क्षेत्र में ऐसे युवाओं की तलाश में जुट गई जो अनाप-शनाप खर्च कर रहे थे । स दौरान पुलिस को लोकेश्वर चंद्रा नाम के युवक की जानकारी मिली।
लोकेश्वर चंद्रा काम-धाम तो कुछ करता नहीं था लेकिन जुए में लगातार पैसे हार रहा था। शक के आधार पर पुलिस ने उसे हिरासत में लिया कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपने साथी शिवकुमार का नाम बताया जिसने उसे ढ़ाई लाख रुपए दिए थे। लोकेश्वर के बताए अनुसार पुलिस ने शिव कुमार को हिरासत में लिया। पूछताछ में शिवकुमार ने चौंकाने वाले खुलासे किए। आरोपी ने बताया कि वाह आईडीएफसी बैंक खरसिया में काम करता था।
बैंक ने नौकरी से निकाला तो बनाया प्लान
पुलिस के अनुसार आरोपी शिवकुमार ने बताया कि नौकरी के दौरान ही उसने एक महिला के खाते से 4 लाख रुपए निकाल लिए थे। इसके बाद बैंक ने उसे नौकरी से निकाल दिया। यही नहीं आरबीआई ने इस कृत्य के लिए उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया था। कहीं भी नौकरी नहीं मिलने के कारण उसने यह पूरा प्लान बनाया। शिकायतकर्ता घटिया राठिया से उसका परिचय था इसलिए उसे टारगेट किया।
शिव कुमार ने धोखे से पहले उसका सिम लिया। मोबाइल नंबर के जरिए पहले तो एटीएम ब्लॉक कराया। इस पूरे काण्ड में उसने लोकेश्वर चंद्रा को साथ रखा था। आरोपी के पास एक बैंक डायरी भी थे जिसमें खातेदारों को के नाम नंबर और अन्य जानकारियां थी। बैंक से रुपए निकालने के सारे तरीके उसे आते थे। इन्हीं तरीकों का इस्तेमाल कर उसने बुजुर्ग को ठगा था। बुजुर्ग से उसने सिम ब्लॉक होने का झांसा देकर सिम लिया था। फिलहाल दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के खिलाफ धारा 420 के तहत कार्रवाई की गई है।