रायपुर। छत्तीसगढ़ में शराब बंदी का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के बयान के बाद भाजपा हमलावर हो गई है। वहीं सीएम भूपेश बघेल ने पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम के बयान का समर्थन किया है। सीएम बघेल ने कहा है मोहन मरकाम ने कोई गलत बात नहीं की है। वहीं सीएम बघेल ने कनार्टक हिजाब विवाद पर भी अपनी बात रखी है।
सीएम बघेल शनिवार शाम को एयरपोर्ट पर उत्तर प्रदेश रवाना होने से पहले मीडिया से चर्चा के दौरान कई मुद्दों पर बात की। शराब बंदी पर उन्होंने कहा कि पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कोई गलत बात नहीं की है। बीजेपी अपना मेनिफेस्टो पढ़ती नहीं है और हमारे मेनिफेस्टो को रट्टा मार रखा है। अनुसूचित क्षेत्रों में ग्राम सभाओं में चर्चा करके ही कोई निर्णय लिया जाता है इसलिए घोषणा पत्र में विशेष तौर पर उल्लेख किया गया था अनुसूचित क्षेत्रों में रायशुमारी करने के बाद ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।
कट्टरता हमेशा नुकसानदायक होती है
हिजाब के मुद्दे पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि शुरुआत करने वालों को पता नहीं है कि इसका हश्र क्या होगा। संवेदनशील मुद्दा है दो समुदायों को बैठकर समस्या को हल कर लेना था अब यह मुद्दा राष्ट्रीय समस्या बन गई है। हिंदुस्तान में सभी दुनियाभर के सताए लोगों को जगह मिली हम अपने लोगों के साथ अब किस तरीके से व्यवहार कर रहे हैं।
सीएम बघेल ने कहा कि कट्टरता चाहे इधर का हो या उधर का हो दोनों ही हमारे लिए नुकसानदायक हैं। इससे समाज का ही नुकसान होना है यह बहुत संवेदनशील मामला है। पारिवारिक सामाजिक मामला इसको बैठकर हल करना चाहिए। हर बात पर आप न्यायालय जाएंगे और इसको राजनीतिक मुद्दा बनाएंगे यह ठीक नहीं है।
मीडिया से चर्चा के दौरान सीएम बघेल ने इस बीजापुर की घटना को दुर्भाग्य जनक बताया। उन्होंने कहा कि जवान की शहादत बेकार नहीं जाएगी। लगातार नक्सलियों को पीछे धकेलने का काम हमारे जवान कर रहे हैं। नक्सली लगातार बैकफुट पर है। इस मौके पर उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि 15 साल तक डॉ रमन सिंह मुख्यमंत्री थे तब 3 ब्लॉकों में नक्सली बढ़कर 14 जिलों में चले गए। यह उनकी उपलब्धि है। हमारे शासनकाल में नक्सलियों के बड़े नेता बंदूक के साथ सरेंडर कर रहे हैं।
राज्यसभा में सांसद रामविचार नेताम के उठाए सवाल पर सीएम बघेल ने कहा है सारे पैरामीटर में छत्तीसगढ़ अग्रणी है। पूर्व सीएम के द्वारा पत्र लिखे जाने पर सीएम बोले उनके कार्यकाल में एक भी हवाई अड्डा शुरू नहीं हो पाया था हमारे कार्यकाल में जगदलपुर व बिलासपुर में शुरुआत किया गया है। अंबिकापुर का जो हवाई अड्डा है उसे भी डेवलप किया जा रहा है।