कोरबा। कोरोना संक्रमण की स्थिरता को देखते हुए कोरबा जिला कलेक्टर ने स्कूल खोलने का निर्देश दे दिंया है। इस बार उन्होंने आठवीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक ऑफलाइन पढ़ाई शुरू करने का निर्देश जारी किया है। वहीं कक्षा पहली से लेकर 7 वीं तक की कक्षाओं को लेकर किसी प्रकार के दिशा निर्देश नहीं दिए गए हैं। ताजा जारी निर्देश में उन्होंने कहा कि आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए जनभागीदारी समिति की अनुमति अनिवार्य होगी।
बता दे कोरोना संक्रमण व कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए जिले में स्कूल व कॉलेजों में ऑफलाइन शिक्षा पर पाबंदी लगा दी गई थी। वर्तमान में कोरबा जिले की स्थिति संक्रमण को लेकर स्थिर है। यहां रोजाना सामने आ रहे मामलों में भी कमी आ रही है। इसे देखते हुए कलेक्टर रानू साहू ने कक्षा आठवीं से लेकर 12वीं तक स्कूल खोलने का निर्देश जारी किया है।
जारी निर्देश में उन्होंने कहा है कि कक्षा आठवीं की कक्षाएं स्कूल के प्रधान पाठक द्वारा स्थानीय स्तर पर जनभागीदारी समिति शाला विकास समिति की बैठक लेकर उनकी सहमति के आधार पर शुरू करेंगे। यदि जनभागीदारी समिति में कक्षाओं के संचालन की सहमति नहीं बन पाती है तो ऐसी स्थिति में आठवीं के छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाया जाएगा।
कलेक्टर रानू साहू ने अपने आदेश में कहा है कि कक्षाओं को पूरी तरह से ने सेनेटाइज किया जाना है। बच्चों को लिए मास्क अनिवार्य होगा। स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना स्कूल की जिम्मेदारी होगी। किसी भी छात्र को यदि सर्दी खांसी व बुखार आदि की शिकायत रहती है तो उसे कक्षा में नहीं बैठाया जाएगा।
साफ सफाई को लेकर भी विशेष विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। साथ ही समय-समय पर केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन भी निश्चित रूप से किया जाना है। साथ ही कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग व होम आइसोलेशन के काम में लगे शिक्षकों को तत्काल कार्यमुक्त करने का आदेश भी दिया है।