वॉशिंगटन। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचाई है। इस महामारी ने न सिर्फ लोगों की जान ली, बल्कि आर्थिक गतिविधियों पर भी ब्रेक लगाकर लोगों के जीवन के हर पहलू को प्रभावित किया। अभी कोरोना महामारी का पूरी तरह से खात्मा भी नहीं हुआ है और माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने भविष्य की महामारियों को लेकर चेतावनी देते हुए कहा कि वे कोरोना वायरस से भी बदतर हो सकती हैं।
उनसे निपटने के लिए बिल एंड मेलानिया गेट्स फाउंडेशन ने कोएलिशन फॉर एपिडेमिक प्रिपेयर्डनेस इनोवेशन को 15 करोड़ डॉलर की राशि दान में दी है। बिल गेट्स ने भविष्य की बीमारियों के लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सीईपीआई दान की गई राशि का इस्तेमाल कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के साथ-साथ भविष्य में संभावित महामारियों की तैयारी के लिए भी करेगी।
उन्होंने कहा कि दुनिया तेजी से विकसित हो रहे वायरस की चुनौती का जवाब दे रही है। ऐसे में जीवन रक्षक उपकरणों की जरूरत अब ‘तत्काल’ नहीं है। सीईपीआई यह सुनिश्चित करने पर विचार कर रहा है कि टीकों के निर्माण में लगने वाला समय 100 दिनों से कम हो।
गेट्स ने कहा कि पिछले 20 सालों में हमने सीखा है कि रिसर्च और डेवलेपमेंट में निवेश हमारे जीवन को बचा सकता है और सबसे बुरी स्थिति को आने से रोक सकता है। उन्होंने कहा कि कुछ संभावित महामारियां कोरोना वायरस की तुलना में उच्च मृत्यु दर वाली हो सकती हैं।
कोरोना से निपटने के लिए नहीं बने पर्याप्त टीके
गेट्स ने कोरोना महामारी से निपटने के दौरान हुई गलतियों के बारे में बताया। उन्होंने लिखा कि महामारी से बचाव के लिए पर्याप्त संख्या में वैक्सीन का निर्माण नहीं किया गया। हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि टीका सभी लोगों तक पहुंच सके। कोविड के मामले में दुनिया सामूहिक रूप विफल रही है। उन्होंने बताया कि पिछले साल कम से कम 9 अरब डोज वितरित की गई थीं। इनमें से एक प्रतिशत से भी कम खुराक ही कम आय वाले देशों तक पहुंची।