मुंबई। जालसाजी रोकने के लिए विदेश मंत्रालय ने नया विकल्प तलाश लिया है। इसके तहत पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम (पीएसपी) के दूसरे चरण के लिए टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को चुना है।
सूचना के अनुसार विदेश यात्रा करने वाले नागरिकों के लिए सरकार जल्द चिप आधारित ई-पासपोर्ट जारी करने वाली है। इससे न केवल पासपोर्ट संबंधी जालसाजी रोकने में मदद मिलेगी बल्कि यात्रियों की इमिग्रेशन प्रक्रिया भी आसान होगी।
मंत्रालय के सचिव संजय भट्टाचार्य के अनुसार भारतीय नागरिकों के लिए शिघ्र ही ई-पासपोर्ट जारी किए जाएंगे। इसमें पासपोर्टधारक का सुरक्षित बायोमीट्रिक डाटा स्टोर होगा। विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम (पीएसपी) के दूसरे चरण के लिए टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को चुना है।
मामले में टीसीएस ने कहा कि पीएसपी का दूसरा चरण साढ़े नौ साल तक चलेगा। यह भारत में सबसे बड़ा मिशन संबंधी महत्वपूर्ण ई-गवर्नेंस कार्यक्रम है। ई-पासपोर्ट जारी करने के लिए नए तरीके विकसित किए जाएंगे।
कंपनी के बिजनेस इकाई के पब्लिक सेक्टर हेड तेज भाटला ने कहा कि कि हम तकनीक (ई-पासपोर्ट के लिए) लाएंगे। लेकिन, पासपोर्ट बुकलेट देने या प्रिंट करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य सरकार करती रहेगी।
(TNS)